डल से अभिनेता बने मुज़म्मिल इब्राहिम इन दिनों अपने साहसिक बयान और बीते अनुभवों को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल ही में उन्होंने यूट्यूब इंटरव्यू शो ‘सिद्धार्थ कनन’ के साथ बातचीत में अपनी पूर्व प्रेमिका दीपिका पादुकोण और अपने फिल्मी करियर की पहली बड़ी फिल्म ‘धोखा’ (2007) के अनुभव को लेकर खुलकर बात की। हालांकि दीपिका के साथ अपने रिश्ते की बात ने लोगों का ध्यान खींचा, लेकिन सबसे चौंकाने वाला हिस्सा रहा फिल्म ‘धोखा’ के सेट पर हुए मानसिक उत्पीड़न का जिक्र, जिसने उनके जीवन और करियर दोनों पर गहरा असर डाला।
पूजा भट्ट पर लगाया कठोर और अपमानजनक व्यवहार का आरोप
2007 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘धोखा’, पूजा भट्ट के निर्देशन में बनी थी और इसमें मुज़म्मिल लीड रोल में थे। इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि फिल्म की शूटिंग के दौरान उनका अनुभव बेहद नकारात्मक और भावनात्मक रूप से दर्दनाक रहा। मुज़म्मिल ने कहा – “पूजा भट्ट का स्वभाव बहुत कठोर था। वह एक्टर्स के साथ अपमानजनक तरीके से पेश आती थीं। मैं बहुत छोटा था और सेट पर हर दिन मेरे लिए किसी नरक से कम नहीं था। मैंने बहुत कुछ सहा। मैं डिप्रेशन में चला गया और मुझे बुरे सपने आने लगे।” उन्होंने आगे कहा कि वह शूटिंग के दौरान हर सुबह अल्लाह से प्रार्थना करते थे कि किसी तरह यह दर्द खत्म हो। उनका यह बयान इंडस्ट्री में एक बार फिर फिल्म सेट्स पर मानसिक स्वास्थ्य और व्यवहार के मुद्दों को उजागर करता है।
महेश भट्ट का समर्थन, लेकिन सीमित हस्तक्षेप
मुज़म्मिल ने यह भी खुलासा किया कि फिल्म के निर्माता महेश भट्ट उन्हें पसंद करते थे और उनका समर्थन भी करते थे, लेकिन वे पूजा भट्ट के व्यवहार में हस्तक्षेप करने में सक्षम नहीं थे। “महेश भट्ट सर मुझे पसंद करते थे, लेकिन उन्हें भी पता था कि सेट पर क्या चल रहा है। उन्होंने कुछ कहा नहीं। शायद वह कुछ कर भी नहीं सकते थे।” मुज़म्मिल के अनुसार, इन अनुभवों ने उनके मन में इतना डर भर दिया कि उन्होंने भट्ट कैंप के साथ दोबारा काम न करने की कसम खा ली।
‘राज 2’ और सोनी राजदान की फिल्मों को किया मना
भट्ट कैंप से दूरी बनाने के फैसले के तहत मुज़म्मिल ने ‘राज 2’ में काम करने का मौका भी ठुकरा दिया, जो कि एक बड़ा प्रोजेक्ट माना जाता है। उन्होंने कहा: “महेश सर चाहते थे कि मैं ‘राज 2’ में लीड करूं। सोनी राजदान मैम ने भी मुझे अपनी फिल्मों में रोल ऑफर किए। लेकिन मैंने सब कुछ मना कर दिया। मैं उस माहौल में लौटने से डरता था।” इस फैसले ने उनके फिल्मी करियर को नई दिशा में मोड़ दिया और उन्होंने इंडस्ट्री से कुछ समय के लिए दूरी बना ली।
पूजा भट्ट के आरोपों पर चुप्पी
जब मुज़म्मिल से पूछा गया कि उन्होंने पूजा भट्ट के उन पर लगाए गए गैर-पेशेवर रवैये के आरोपों का जवाब क्यों नहीं दिया, तो उन्होंने कहा कि वह डरते थे कि इंडस्ट्री उन्हें ‘बैन’ या बहिष्कृत’ न कर दे। “मैं कुछ नहीं बोलना चाहता था क्योंकि मुझे डर था कि मुझे काम मिलना बंद हो जाएगा। मैं इंडस्ट्री में नया था और यह सब झेलना मेरे लिए बहुत भारी था।”
दीपिका पादुकोण से रिलेशनशिप की भी पुष्टि
इंटरव्यू में मुज़म्मिल ने इस बात की भी पुष्टि की कि वह एक समय दीपिका पादुकोण को डेट कर चुके हैं। हालांकि उन्होंने इस विषय में ज्यादा विस्तार से बात नहीं की, लेकिन यह स्वीकारोक्ति दर्शकों और मीडिया के लिए एक और चौंकाने वाली जानकारी थी।
मानसिक स्वास्थ्य और फिल्म इंडस्ट्री की हकीकत
मुज़म्मिल की यह कहानी एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि फिल्म इंडस्ट्री में बॉलीवुड ग्लैमर के पीछे छिपी सच्चाई कितनी कठोर हो सकती है। सेट्स पर तनावपूर्ण माहौल, वरिष्ठों का अपमानजनक व्यवहार और मानसिक शोषण जैसी घटनाएं कई युवा कलाकारों के करियर और आत्मविश्वास दोनों को तोड़ देती हैं।
निष्कर्ष:
मुज़म्मिल इब्राहिम का यह बयान सिर्फ एक व्यक्तिगत अनुभव नहीं है, बल्कि फिल्म इंडस्ट्री में मानसिक स्वास्थ्य और पेशेवर शिष्टाचार पर एक जरूरी बहस को जन्म देता है। उनकी कहानी उन कई अनसुनी आवाज़ों की तरह है जो पर्दे के पीछे दबा दी जाती हैं।