Home टेक्नोलॉजी पूरी दुनिया को चौंकाने वाला है चीन! ड्रैगन की आंखों में बस...

पूरी दुनिया को चौंकाने वाला है चीन! ड्रैगन की आंखों में बस गया है AI, लगा रहा बड़ा दांव

5
0

चीन और अमेरिका के बीच चल रही तकनीकी प्रतिस्पर्धा में हर दिन नए मोड़ आ रहे हैं। अमेरिका से आगे निकलने की होड़ में चीन ने कई दांव खेले हैं, लेकिन इस बार उसने कमाल कर दिया है। चीनी दिग्गज अलीबाबा ने एक ऐसी नई तकनीक विकसित की है जिसने AI की दुनिया में तहलका मचा दिया है। अलीबाबा क्लाउड ने शुक्रवार को अपना नया AI मॉडल Qwen3-Next-80B-A3B पेश किया, जो न सिर्फ़ दूसरे मॉडलों से तेज़ है, बल्कि पिछले मॉडलों की तुलना में 90% कम लागत में बनाया गया है। यह मॉडल पिछले हफ़्ते लॉन्च हुए अलीबाबा के सबसे बड़े AI मॉडल से 13 गुना छोटा है, फिर भी उतना ही शक्तिशाली है।

कम लागत में बना शक्तिशाली AI मॉडल

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, Qwen3-Next-80B-A3B मॉडल की खासियत इसकी तेज़ गति और कम कीमत है। यह मॉडल कुछ कार्यों में अप्रैल 2025 में लॉन्च हुए Qwen3-32B से 10 गुना तेज़ है। ब्रिटिश कंपनी स्टेबिलिटी एआई के सह-संस्थापक इमाद मुश्ताक ने बताया कि इस मॉडल को बनाने में लगभग 5 लाख अमेरिकी डॉलर (4 करोड़ रुपये से भी कम) का खर्च आया, जबकि गूगल ने अपने जेमिनी अल्ट्रा मॉडल को बनाने में 19 करोड़ डॉलर (करीब 1600 करोड़ रुपये) खर्च किए थे। यानी चीन का दांव अमेरिका से बेहतर साबित हुआ, उसने कम लागत में एक शक्तिशाली एआई मॉडल तैयार किया।

मॉडल की सबसे बड़ी खासियत क्या है?

अलीबाबा के इस मॉडल की सबसे बड़ी खासियत ‘गेटेड डेल्टानेट’ नाम की एक नई तकनीक है। इस तकनीक को सबसे पहले मार्च में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) और NVIDIA के शोधकर्ताओं ने पेश किया था। इस तकनीक की मदद से एआई यह तय करता है कि कौन सी जानकारी ज़रूरी है और कौन सी नहीं। यह मॉडल तेज़ी से काम करता है और इसके लिए कम संसाधनों की ज़रूरत होती है।

512 विशेषज्ञ शामिल

Qwen3-Next-80B-A3B में ‘मिक्सचर-ऑफ-एक्सपर्ट्स’ (MoE) तकनीक का भी इस्तेमाल किया गया है। इस तकनीक में, मॉडल को कई छोटे-छोटे हिस्सों या ‘विशेषज्ञों’ में विभाजित किया जाता है, जो अलग-अलग तरह के डेटा पर काम करते हैं। अलीबाबा का दावा है कि इस मॉडल में 512 विशेषज्ञ शामिल हैं, लेकिन एक समय में केवल 10 ही सक्रिय होते हैं। अन्य चीनी AI मॉडल, जैसे DeepSeek-V3 में 256 विशेषज्ञ और Kimi-K2 में 384 विशेषज्ञ हैं।

दुनिया भर में चर्चा का विषय बना

xAI के Grok 4 मॉडल को बनाने में 490 मिलियन डॉलर यानी लगभग 4100 करोड़ रुपये की लागत आई है। ऐसे में, अलीबाबा का यह छोटा और सस्ता मॉडल दुनिया भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसे एक ही Nvidia H200 ग्राफ़िक्स प्रोसेसिंग यूनिट पर चलाया जा सकता है। लॉन्च होने के 24 घंटों के भीतर, इसे हगिंग फेस प्लेटफ़ॉर्म पर 20,000 बार डाउनलोड किया गया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here