एक ओर जहां आठवां वेतन लागू होने की घोषणा के बाद केंद्रीय कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। इसलिए निजी कर्मचारी थोड़े निराश जरूर हुए हैं। हालाँकि, निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए खुश करने वाली खबर भी आई है।मंगलवार यानी 15 जनवरी को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2025 में निजी उद्योग में काम करने वाले भारतीय कर्मचारियों का वेतन इस साल कितना बढ़ सकता है? इस रिपोर्ट में यह कहा गया है। आइए आपको बताते हैं कि इस साल प्राइवेट कर्मचारियों की सैलरी में कितनी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
हाल ही में अमेरिकी एचआर कंसल्टेंसी फर्म मर्सर ने एक पारिश्रमिक सर्वेक्षण किया। इस सर्वेक्षण में भारत की 1550 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया। जिसमें वित्तीय सेवाएं, उपभोक्ता वस्तुएं, प्रौद्योगिकी, विनिर्माण, ऑटोमोटिव, इंजीनियरिंग, जीवन विज्ञान जैसे क्षेत्रों की कंपनियां शामिल थीं। इस सर्वेक्षण में पाया गया कि पिछले 5 वर्षों में कर्मचारियों के वेतन में लगातार वृद्धि हुई है, वर्ष 2020 में 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। तो अब अगर इस साल यानी साल 2025 की बात करें तो इसमें 9.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी का अनुमान है।
एचआर कंसल्टिंग फर्म मर्सर द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, ऑटोमेटिक सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के वेतन में 10 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। यदि हम पिछले वर्ष पर नजर डालें तो यह 8.8 प्रतिशत थी। भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल और देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग के कारण यह वृद्धि अधिक होने की उम्मीद है। दूसरी ओर, विनिर्माण और इंजीनियरिंग क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों के वेतन में 8 प्रतिशत से 9.7 प्रतिशत तक की वृद्धि का अनुमान है।
इतना ही नहीं, रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि 37 फीसदी कंपनियां साल 2025 में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की योजना बना रही हैं। पिछले कुछ सालों से कई कंपनियों में छंटनी देखने को मिल रही है। यह रुझान इस साल भी जारी रह सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनियों में छंटनी की दर 11.9% पर स्थिर रहने का अनुमान है।