अगर आप विंडोज 11 पर नेटिव ऐप के ज़रिए WhatsApp इस्तेमाल कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए ज़रूरी है। मेटा ने अपने लेटेस्ट बीटा अपडेट में लगभग पुष्टि कर दी है कि विंडोज 11 पर WhatsApp का नेटिव ऐप अब सपोर्ट नहीं करेगा। इसके बजाय, कंपनी WhatsApp वेब वर्ज़न को स्थायी रूप से अपनाने जा रही है, जिसका इस्तेमाल पहले से ही करोड़ों यूज़र्स कर रहे हैं।
नया इंटरफ़ेस, नया अनुभव
WhatsApp के नए बीटा वर्ज़न में एक नोटिफिकेशन दिखाई देता है: “WhatsApp बीटा का लुक और वर्किंग अपडेट किया गया है।” यानी WhatsApp अब न सिर्फ़ अपना लुक बल्कि अपने काम करने का तरीका भी बदल रहा है। नया इंटरफ़ेस काफ़ी हद तक WhatsApp वेब जैसा होगा और कंपनी इसके बैकएंड में कई सुधार कर रही है ताकि ऐप पहले से ज़्यादा तेज़ चले और बग्स कम हों।
यह फ़ैसला क्यों लिया गया?
मेटा का यह कदम मुख्य रूप से तकनीकी संसाधनों को बचाने के लिए उठाया गया है। कंपनी अब नेटिव विंडोज ऐप के रखरखाव में ज़्यादा निवेश नहीं करना चाहती। वेब वर्ज़न का रखरखाव आसान है और इसके ज़रिए नए फ़ीचर्स भी यूज़र्स तक जल्दी पहुँचाए जा सकते हैं। हालाँकि, नेटिव ऐप लाने का मकसद यह था कि यह कम रैम इस्तेमाल करे और सिस्टम पर तेज़ी से चले, जो अब बदल रहा है।
अब किसे होगा असर?
इस बदलाव से उन यूज़र्स को झटका लग सकता है जो अब तक विंडोज़ पर व्हाट्सएप नेटिव ऐप इस्तेमाल कर रहे थे। वेब वर्जन चलाने के लिए अब उन्हें क्रोम, एज या किसी दूसरे ब्राउज़र की ज़रूरत होगी, जिससे रैम की खपत भी बढ़ जाएगी। हालाँकि, जो लोग पहले से ही व्हाट्सएप वेब इस्तेमाल कर रहे हैं, उनके लिए यह अनुभव कुछ नया नहीं होगा।
व्हाट्सएप पर जल्द ही विज्ञापन आएंगे
सिर्फ़ इंटरफ़ेस ही नहीं, व्हाट्सएप पर विज्ञापनों में भी बड़ा बदलाव होने वाला है। हाल ही में, व्हाट्सएप के एंड्रॉइड बीटा वर्जन 2.25.21.11 में स्टेटस अपडेट के बीच विज्ञापन दिखने लगे हैं। ये विज्ञापन स्टेटस सेक्शन में “प्रायोजित” लेबल के साथ दिखाई देंगे, ठीक वैसे ही जैसे फेसबुक या इंस्टाग्राम पर होता है। शुरुआत में ये कुछ चुनिंदा बीटा यूज़र्स के लिए ही हैं, लेकिन जल्द ही सभी यूज़र्स इन्हें देख सकेंगे।