हमारे दादा-दादी हमेशा कहते थे कि बालों को मजबूत और लंबा बनाने के लिए उनमें तेल लगाना चाहिए. यह बात सच भी है. बालों में तेल लगाने से बाल मजबूत, चमकदार और लंबे होते हैं. हालांकि, इसके लिए जरूरी है कि बालों में तेल लगाने का सही तरीका अपनाया जाए. आमतौर पर लोग बालों में तेल लगाते समय अनजाने में कुछ गलतियां कर देते हैं, जिससे बाल अच्छे होने की बजाय खराब हो जाते हैं. डर्मेटोलॉजिस्ट वृषाली राणे खान ने एक पोस्ट शेयर कर बालों में तेल लगाने की कुछ गलतियां बताई हैं, जिनसे बचना चाहिए. बहुत ज्यादा तेल लगाना कुछ लोगों को लगता है कि जितना ज्यादा तेल आप लगाएंगे, आपके बाल उतने ही स्वस्थ रहेंगे. लेकिन यह धारणा गलत है. बहुत ज्यादा तेल लगाने से स्कैल्प के रोमछिद्र बंद हो सकते हैं, जिससे बालों की जड़ें कमजोर होती हैं और डैंड्रफ या बालों के झड़ने की समस्या बढ़ सकती है. इसलिए सिर्फ जरूरी मात्रा में ही तेल लगाएं और स्कैल्प में अच्छे से मसाज करें. तेल लगाकर रात भर के लिए छोड़ दें बहुत से लोग सोने से पहले तेल लगाते हैं और रात भर के लिए छोड़ देते हैं. लेकिन लंबे समय तक तेल के संपर्क में रहने से स्कैल्प पर बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जिससे संक्रमण या रूसी हो सकती है। इसलिए तेल को 1-2 घंटे से ज़्यादा न लगा रहने दें। अगर रात में तेल लगा रहे हैं, तो सुबह जल्दी अपने बालों को धो लें।
बालों के सिरे पर तेल न लगाएं
ज़्यादातर लोग सिर्फ़ स्कैल्प पर तेल लगाते हैं, लेकिन बालों के सिरे भूल जाते हैं। बालों के सिरे सबसे ज़्यादा रूखे और क्षतिग्रस्त होते हैं, इसलिए उन्हें तेल की सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है। इसलिए तेल लगाते समय बालों के सिरे पर भी हल्का तेल लगाएं। अगर बाल बहुत रूखे हैं, तो नारियल तेल या आर्गन तेल का इस्तेमाल करें।
डैंड्रफ़ स्कैल्प पर तेल लगाना
अगर आपके स्कैल्प पर डैंड्रफ़ है, तो तेल लगाने से समस्या और भी बदतर हो सकती है। तेल डैंड्रफ़ को बढ़ावा देता है और फंगल संक्रमण का कारण बन सकता है। इसलिए पहले डैंड्रफ़ का इलाज करें, फिर तेल लगाएं। साथ ही, एंटी-डैंड्रफ़ शैम्पू या नीम के तेल का इस्तेमाल करें।
मुंहासे वाली स्कैल्प पर तेल लगाना
अगर आपके स्कैल्प पर पिंपल्स या मुंहासे हैं, तो तेल लगाने से समस्या और भी बदतर हो सकती है। तेल त्वचा के छिद्रों को बंद कर देता है, जिससे मुंहासे और जलन हो सकती है। इसलिए अगर आपके सिर पर मुंहासे हैं, तो तेल लगाने से बचें। अगर आप चाहें तो जोजोबा तेल जैसे हल्के, नॉन-कॉमेडोजेनिक तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।