क्रिकेट न्यूज डेस्क।। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का जल्दबाजी में जश्न और विजय परेड महंगा साबित हो रहा है। विजय परेड के लिए सुरक्षा देने से इनकार करने वाली बेंगलुरु पुलिस ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के आदेश के बाद शुक्रवार को कर्नाटक से निखिल सोसले, किरण कुमार, सुमंत और सुनील मैथ्यू को गिरफ्तार कर लिया। निखिल सोसले रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर में मार्केटिंग और रेवेन्यू के प्रमुख के रूप में काम करते हैं, जबकि किरण, सुमंत और मैथ्यू डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क के कर्मचारी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, निखिल बेंगलुरु से मुंबई जाने के लिए एयरपोर्ट पर थे। एक दिन पहले दर्ज की गई एफआईआर में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम का भी नाम था। ऐसे में आरसीबी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
आरसीबी का आईपीएल जीत का जल्दबाजी में जश्न बेकाबू
विराट कोहली की टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर 3 जून को पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर 18 साल में पहली बार आईपीएल का खिताब जीतने में कामयाब रही। इसके बाद टीम ने उत्साह में आकर 4 जून की सुबह सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में जश्न और विजय परेड का समय घोषित कर दिया। हालांकि दोपहर होते-होते कर्नाटक पुलिस ने हाथ खड़े कर दिए। विजय परेड की अनुमति नहीं दी गई, जबकि स्टेडियम के अंदर जश्न मनाने की अनुमति दी गई।
पुलिस के मना करने के बावजूद करीब 3 लाख लोग जमा हो गए
हालांकि स्टेडियम के पास करीब 3 लाख लोग जमा हो गए, जबकि स्टेडियम की क्षमता सिर्फ 32 हजार है। गेट नंबर 1 पर भगदड़ की खबर आई जिसमें 11 प्रशंसकों की मौत हो गई, जबकि करीब 50 घायल हो गए। आपको बता दें कि गिरफ्तार किरण एक वरिष्ठ इवेंट मैनेजर हैं और मैथ्यू वाइस प्रेसिडेंट – बिजनेस अफेयर्स के पद पर कार्यरत हैं। गुरुवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने आरसीबी, डीएनए और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारियों की गिरफ्तारी का आदेश दिया।
इसके साथ ही उन्होंने बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी को एक पत्र भी लिखा। कर्नाटक सरकार ने दयानंद, अतिरिक्त आयुक्त (पश्चिम) विकास कुमार विकास, डीसीपी (मध्य) शेखर एच. टेकनवर और कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन के अन्य निचले अधिकारियों समेत कई शीर्ष पुलिस अधिकारियों को तत्काल निलंबित करने की भी घोषणा की। कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कहा कि कैबिनेट ने कल की दुखद घटना की जांच एक सदस्यीय न्यायिक आयोग को सौंपने का फैसला किया है।
इस आयोग की अध्यक्षता कर्नाटक उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति माइकल डी’कुन्हा करेंगे। हमने आयोग से 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है और राज्य के आईजीपी (पुलिस महानिरीक्षक) और डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) को आरसीबी प्रतिनिधि, डीएनए इवेंट मैनेजर और केएससी व्यक्ति को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।