इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स मैनचेस्टर में भारत के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में अपने फैसले को लेकर विवादों में हैं। मैनचेस्टर टेस्ट में इंग्लैंड पहली पारी में 311 रनों की बढ़त के बावजूद मैच नहीं जीत सका। भारतीय टीम के बल्लेबाजों, खासकर कप्तान शुभमन गिल, रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर और केएल राहुल ने जुझारू पारी खेलकर मैच ड्रॉ कराया। इंग्लैंड ने चौथा टेस्ट मैच नहीं हारा, लेकिन उनके लिए यह उतना आसान भी नहीं था।
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स खासतौर पर मैच ड्रॉ कराने को लेकर बेशर्म हो गए। इस दौरान उन्होंने अपने ही दो खिलाड़ियों का सम्मान बढ़ा दिया। दरअसल, जब मैच ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था, रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर अपने शतक के करीब थे। ऐसे में बेन स्टोक्स ने भारतीय बल्लेबाजों से हाथ मिलाकर मैच ड्रॉ घोषित करने का प्रस्ताव रखा। बेन स्टोक्स चाहते थे कि पांचवें टेस्ट से पहले उनका कोई भी प्रमुख गेंदबाज चोटिल न हो, क्योंकि मैनचेस्टर में जीत की सारी उम्मीदें धराशायी हो गई थीं।
जडेजा और स्टोक्स में हुई बहस
बता दें कि जब बेन स्टोक्स रवींद्र जडेजा से हाथ मिलाने गए, तो भारतीय खिलाड़ी ने इंग्लैंड के कप्तान का प्रस्ताव ठुकरा दिया, क्योंकि जडेजा और सुंदर अपने शतक पूरे करना चाहते थे। ऐसे में स्टोक्स ने जडेजा से मज़ाक में कहा, ‘जादूगर, क्या तुम हैरी ब्रुक और बेन डकेट के खिलाफ शतक बनाना चाहते हो?’ इसके जवाब में जडेजा ने हंसते हुए कहा, ‘वह इसमें कुछ नहीं कर सकते।’
इस तरह बेन स्टोक्स ने अनजाने में ही सही, हैरी ब्रुक और बेन डकेट को नीचा दिखाने की कोशिश की। क्योंकि स्टोक्स ने जो कहा, उससे साबित होता है कि वह गेंदबाजी में अपने पार्ट-टाइम गेंदबाज को कम आंकते हैं, जबकि कई बार देखा गया है कि क्रिकेट में पार्ट-टाइम गेंदबाज भी कमाल कर देते हैं। यही वजह है कि अब बेन स्टोक्स की खूब बेइज्जती हो रही है।