भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। रेलवे के माध्यम से प्रतिदिन लाखों लोग एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा करते हैं। क्योंकि रेलवे टिकट बेहद सस्ता और आरामदायक होता है. हालांकि कई बार त्योहारों और मौसम में लोगों को टिकान नहीं मिल पाता है. लेकिन आज हम आपको रेलवे की एक ऐसी स्कीम के बारे में बताएंगे, जिससे कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
भारतीय रेल देश की जीवन रेखा है। क्योंकि प्रतिदिन लाखों लोग रेलवे के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा करते हैं। लेकिन यात्रियों की रेलवे से सबसे बड़ी शिकायत ये है कि उन्हें कन्फर्म टिकट नहीं मिल पाता. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी स्कीम के बारे में बताएंगे, जिससे कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
विकल्प योजना के तहत वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को कन्फर्म सीटें उपलब्ध कराने और उपलब्ध सीटों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक ट्रेनों में सीटें उपलब्ध कराई जाती हैं। यह योजना 2016 से लागू है और देश भर के सभी रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध है। इस योजना के तहत वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को वैकल्पिक ट्रेन में कन्फर्म सीट मिल सकती है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 57,200 से अधिक यात्रियों को ‘विकल्प’ योजना के तहत दूसरी वैकल्पिक ट्रेन में सीटें उपलब्ध कराई गई हैं।
बता दें कि वेटिंग टिकट वाले यात्री विकल्प योजना के तहत अपनी यात्रा के लिए वैकल्पिक ट्रेन का विकल्प चुन सकते हैं। इसके लिए उन्हें टिकट बुकिंग के दौरान कुछ अतिरिक्त जानकारी देनी होगी यदि अन्य ट्रेनों में सीटें उपलब्ध हैं, तो उन्हें कन्फर्म सीट मिल जाती है। इससे यात्रियों को अपनी यात्रा निश्चितता के साथ पूरी करने में मदद मिलती है।
रेलवे की विकल्प योजना के तहत यात्रियों के लिए बेहद उपयोगी पहल है. यह योजना यात्रियों को उनकी यात्रा को अधिक सुविधाजनक और सुखद बनाने में मदद करती है। यह योजना यात्रियों को उनकी यात्रा के लिए अधिक विकल्प देती है और उन्हें कन्फर्म सीट मिलने की संभावना बढ़ जाती है। इस योजना से रेलवे को भी फायदा होता है. क्योंकि इससे खाली सीटों का अधिकतम उपयोग होता है और रेलवे का राजस्व बढ़ता है।