भारत और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट मैच लीड्स में 20 जून से शुरू होने जा रहा है, और क्रिकेट प्रेमियों की नजरें इस मुकाबले पर टिकी हैं। जहां एक ओर भारतीय टीम ने अपनी प्लेइंग इलेवन का ऐलान नहीं किया है, वहीं इंग्लैंड ने अपनी टीम का ऐलान कर दिया है। लेकिन इस टेस्ट मैच से पहले इंग्लैंड को एक महत्वपूर्ण सलाह मिली है, जो किसी और से नहीं बल्कि इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी ज्यॉफ्री बॉयकॉट से आई है।
बॉयकॉट ने इंग्लैंड की टीम को खासतौर पर भारत के खिलाफ अपने खेल में “कॉमन सेंस” (सामान्य बुद्धि) का उपयोग करने की सलाह दी है। यह सलाह उन्होंने इंग्लैंड की “बैजबॉल” शैली के बारे में दी है, जिसे हाल के समय में इंग्लैंड के क्रिकेट में एक नया अंदाज माना जा रहा है। इंग्लैंड का बैजबॉल खेलने का तरीका आक्रामक और तेज़ रन बनाने पर आधारित है, जो टीम की पहचान बन चुका है। हालांकि, बॉयकॉट इस स्टाइल से काफी आहत हैं और उन्होंने इंग्लैंड को सचेत किया है कि भारत जैसी मजबूत टीम के खिलाफ बेवजह आक्रामकता नहीं अपनानी चाहिए, बल्कि मौके की नज़ाकत को समझते हुए संयम से खेलना चाहिए।
बॉयकॉट का आलोचना के सुर में आना
पूर्व कप्तान ज्यॉफ्री बॉयकॉट ने कहा, “इंग्लैंड को अब ये समझने की ज़रूरत है कि क्रिकेट एक टीम गेम है, और भारत के खिलाफ उन्हें अपनी आक्रामक शैली को थोड़ा संतुलित करने की आवश्यकता है। बैजबॉल को अपनाना ठीक है, लेकिन जब आप भारत जैसी मजबूत टीम के खिलाफ खेल रहे हों, तो आपको कॉमन सेंस का इस्तेमाल करना होगा।” बॉयकॉट ने इंग्लैंड के खिलाड़ियों से यह भी कहा कि वे अपनी बैजबॉल शैली को सही समय और स्थिति के अनुसार इस्तेमाल करें, बजाय इसके कि वे हर समय आक्रामक होकर खुद को दबाव में डालें।
भारत के खिलाफ चुनौती
भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए हमेशा ही चुनौतीपूर्ण मुकाबले रहे हैं, खासतौर पर भारतीय टीम की मजबूत गेंदबाजी और ठोस बल्लेबाजी के कारण। भारतीय टीम इस समय बेहतरीन फॉर्म में है और इंग्लैंड के खिलाफ इस टेस्ट सीरीज़ में उसे एक कठिन चुनौती का सामना करना पड़ेगा। बॉयकॉट ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को यह सलाह दी है कि उन्हें भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ शांत और स्मार्ट क्रिकेट खेलना चाहिए, ताकि वे खुद को निराश होने से बचा सकें।
बैजबॉल का प्रभाव
इंग्लैंड के “बैजबॉल” खेल के बावजूद, बॉयकॉट के मुताबिक यह महत्वपूर्ण है कि टीम किसी भी परिस्थिति के अनुसार अपनी शैली में बदलाव करने के लिए तैयार रहे। बैजबॉल के तहत इंग्लैंड के खिलाड़ी बहुत आक्रामक खेलने की कोशिश करते हैं, लेकिन बॉयकॉट का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में संयम और समझदारी की ज्यादा आवश्यकता है, खासकर जब आप भारत जैसी ताकतवर टीम से मुकाबला कर रहे हों।