मथुरा भगवान कृष्ण की जन्मस्थली है, इसलिए यहां भगवान कृष्ण के कई विश्व प्रसिद्ध मंदिर हैं। इन प्रसिद्ध मंदिरों में श्री कृष्ण का एक छोटा सा मंदिर भी है जो लोगों की आस्था का केंद्र है। यह मंदिर भले ही बहुत बड़ा न हो लेकिन धार्मिक दृष्टि से इसका विशेष महत्व है। खास बात यह है कि इस मंदिर में भगवान कृष्ण के साथ एक बीमार वृद्ध महिला की भी पूजा की जाती है। आगे जानिए कौन सा है ये मंदिर और इससे जुड़ी खास बातें…
श्री कृष्ण के साथ बुढ़िया की पूजा कहां होती है?
मथुरा के जिस मंदिर की हम बात कर रहे हैं वह अंतापाड़ा क्षेत्र में है जो मथुरा के परिक्रमा मार्ग के मध्य में पड़ता है और विश्राम घाट पर स्थित है। इस मंदिर का नाम श्री कुब्जा कृष्ण भाव मंदिर है। यह मंदिर देखने में भले ही छोटा लगता हो, लेकिन लोगों की इसमें काफी आस्था है। हर दिन हजारों लोग यहां आते हैं। यह मंदिर बहुत प्राचीन है लेकिन समय के साथ यह जीर्ण-शीर्ण हो गया है।
यह बीमार बूढ़ी औरत कौन थी?
मथुरा के इस मंदिर में भगवान कृष्ण के साथ जिस स्त्री की पूजा की जाती है उसका नाम कुब्जा है। कुब्जा की कथा श्रीमद्भागवत में भी मिलती है। उनके अनुसार, जब भगवान कृष्ण कंस का वध करने के लिए मथुरा आए, तो उन्होंने एक बूढ़ी और बीमार कुबड़ी महिला को देखा, इसलिए सभी ने उसका मजाक उड़ाया और उसे कुब्जा कह दिया। भगवान कृष्ण ने न केवल उस स्त्री का कूबड़ ठीक किया बल्कि उसे सुन्दर भी बना दिया। यह मंदिर उस स्थान पर बनाया गया है जहां श्री कृष्ण ने यह चमत्कार किया था।
ये है मंदिर से जुड़ी मान्यता
इस मंदिर के साथ एक चमत्कारी मान्यता भी जुड़ी हुई है। उनके अनुसार इस मंदिर की रज यानी धूल लगाने से चर्म रोगों से मुक्ति मिलती है और सुंदरता भी मिलती है। भगवान कृष्ण ने कुब्जा को यह वरदान दिया था, जिसके कारण यह मान्यता आज भी इस मंदिर से जुड़ी हुई है।