क्रिकेट न्यूज डेस्क।। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। 26 लोगों की नृशंस हत्या के बाद पूरे भारत में लोग गुस्से में हैं और प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली समेत कई खिलाड़ियों ने इस घटना पर दुख जताया है और उचित जवाब की मांग की है। एक बार फिर भारत और पाकिस्तान आमने-सामने हैं। दोनों देशों की सरकारें एक-दूसरे के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं। इस बीच पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर बासित अली ने चौंकाने वाली बात कही है, जिस पर यकीन करना मुश्किल है। दरअसल, उन्होंने मारे गए लोगों को शहीद बताया और भारत का समर्थन करते हुए कहा कि अगर उनका बड़ा भाई भी इसमें शामिल होता तो वह उसे भी गोली मार देते।
पहलगाम आतंकी हमले पर बासित अली ने क्या कहा?
बासित अली आतंकवादी हमले से काफी नाराज दिखे। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए। मैं उन्हें शहीद कहूंगा। यह बहुत बड़ा अत्याचार है। मैंने जो सुना है, वह अक्षम्य है। चाहे कोई भी हो, किसी को किसी की जान लेने का अधिकार नहीं है। मेरा धर्म यही कहता है। चाहे वह हिंदू हो, यहूदी हो या ईसाई, किसी को भी यह अधिकार नहीं है। किसी की जान लेने वाला मुसलमान नहीं हो सकता। चाहे वह मेरा बड़ा भाई ही क्यों न हो, मैं उसे गोली मार दूंगा। पहलगाम से आई खबर बहुत दुखद है। पीड़ित परिवारों को श्रद्धांजलि।”
बासित अली ने आगे कहा, “मैं गर्व से कहता हूं कि जिसने भी यह कृत्य किया है, उसे माफ नहीं किया जाना चाहिए। अगर मैंने ऐसा किया होता तो मुझे फांसी पर लटका देना चाहिए था। मुझे गोली मार देनी चाहिए थी।” पाकिस्तानी दिग्गज ने यहां तक कहा कि वह प्रार्थना करेंगे कि जिसने भी ऐसा किया है, उसके परिवार के साथ भी ऐसा ही हो। उन्होंने सलाह दी कि इस घटना के दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के बजाय उन्हें पकड़ते ही गोली मार दी जानी चाहिए। आपको बता दें कि बासित अली से पहले मोहम्मद हफीज और दानिश कनेरिया इस मुद्दे पर भारत का समर्थन कर चुके हैं।
बीसीसीआई के फैसले की सराहना
बासित अली ने भी बीसीसीआई के फैसले की सराहना की। दरअसल, इस घटना के बाद भारतीय बोर्ड ने सभी अधिकारियों, कमेंटेटरों और खिलाड़ियों को सनराइजर्स हैदराबाद और मुंबई इंडियंस के बीच मैच के दौरान काली पट्टी बांधने को कहा था। इसके अलावा मैच के दौरान नाचने-गाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके अलावा मैच शुरू होने से पहले पूरे स्टेडियम में शांति रखी गई।