ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने के लिए मैग्नीशियम है जरूरी, इन तरीकों से करें अपने आहार में शामिलहालांकि, अक्सर लोग यह नहीं जानते कि रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए मैग्नीशियम भी बहुत ज़रूरी है। जी हाँ, मैग्नीशियम रक्त शर्करा के स्तर को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद कर सकता है। आइए जानें कि मैग्नीशियम इसमें कैसे मददगार है और इसकी कमी को पूरा करने के लिए आहार में किन चीज़ों को शामिल करना चाहिए।
मैग्नीशियम और रक्त शर्करा के बीच क्या संबंध है?
इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाता है – मैग्नीशियम शरीर की कोशिकाओं को इंसुलिन के प्रति संवेदनशील बनाता है। जब शरीर में मैग्नीशियम की कमी होती है, तो कोशिकाओं में इंसुलिन प्रतिरोध बढ़ जाता है। इसका मतलब है कि ग्लूकोज कोशिकाओं में प्रवेश नहीं कर पाता और रक्त में जमा हो जाता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है।
ग्लूकोज चयापचय में सहायक – यह इंसुलिन के स्राव में मदद करके ग्लूकोज के चयापचय में सुधार करता है।
सूजन कम करता है – मैग्नीशियम में सूजन-रोधी गुण होते हैं, जो मधुमेह से जुड़ी पुरानी सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
मैग्नीशियम की कमी के लक्षण
थकान और कमज़ोरी
मांसपेशियों में ऐंठन या कंपन
अनियमित हृदय गति
चिड़चिड़ापन
अपने आहार में मैग्नीशियम कैसे शामिल करें?
हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ-
पालक, केल, मेथी, सरसों का साग और ब्रोकली जैसी हरी सब्ज़ियाँ मैग्नीशियम के बेहतरीन स्रोत हैं।
मेवे और बीज-
मुट्ठी भर बादाम या काजू न केवल स्वास्थ्यवर्धक नाश्ता हैं, बल्कि मैग्नीशियम की दैनिक आवश्यकता का एक बड़ा हिस्सा भी पूरा करते हैं।
कद्दू के बीज और सूरजमुखी के बीज मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं।
तिल की गजक, तिल की चिक्की या खाने में तिल का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
साबुत अनाज-
राजगिरा और कुट्टू ग्लूटेन-मुक्त होते हैं और मैग्नीशियम से भी भरपूर होते हैं। इनसे अटे की रोटी या पराठा बनाया जा सकता है।
नाश्ते के लिए दलिया एक बढ़िया विकल्प है।
सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस और जौ का प्रयोग करें।
दालें और फलियाँ-
काले चने, राजमा, मूंग दाल और सोयाबीन जैसी दालें और फलियाँ न केवल प्रोटीन बल्कि मैग्नीशियम के भी अच्छे स्रोत हैं।
डार्क चॉकलेट-
अगर आपको मीठा पसंद है तो यह आपके लिए अच्छी खबर है। 70% या उससे ज़्यादा कोको वाली डार्क चॉकलेट मैग्नीशियम से भरपूर होती है। एक या दो छोटे टुकड़े ही काफ़ी हैं।
केला और एवोकाडो-
केला न केवल पोटैशियम बल्कि मैग्नीशियम का भी अच्छा स्रोत है। इसी तरह, एवोकाडो भी एक पौष्टिक फल है जिसमें मैग्नीशियम पाया जाता है।
वसायुक्त मछली-
सैल्मन और मैकेरल जैसी मछलियों में प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड के साथ-साथ मैग्नीशियम भी होता है।