Home खेल मौन शोक था…, आरसीबी ने 3 महीने में किया पहला पोस्ट, बेंगलुरु...

मौन शोक था…, आरसीबी ने 3 महीने में किया पहला पोस्ट, बेंगलुरु भगदड़ के बाद साध ली थी चुप्पी

5
0

आईपीएल 2025 की चैंपियन रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) आखिरकार सोशल मीडिया पर लौट आई है। उन्होंने बैंगलोर के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। इस साल 4 जून को बैंगलोर में हुई भगदड़ के बाद, टीम ने कई दिनों तक कोई गतिविधि नहीं दिखाई। कई प्रशंसकों ने इस पर सवाल भी उठाए, लेकिन अब टीम ने एक आधिकारिक संदेश जारी कर स्पष्ट किया है कि उनकी चुप्पी को अनुपस्थिति न समझा जाए। आरसीबी ने भगदड़ की घटना में मारे गए 11 लोगों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये का मुआवज़ा देने की घोषणा की है।

‘चुप्पी का मतलब लापरवाही नहीं’

आरसीबी ने अपने बयान में कहा कि उनकी चुप्पी वास्तव में पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति मौन समर्थन का प्रतीक थी। फ्रैंचाइज़ी ने स्पष्ट किया कि ऐसे कठिन समय में, उनका उद्देश्य सोशल मीडिया पर हल्के-फुल्के पोस्ट डालने के बजाय गंभीरता और संवेदनशीलता बनाए रखना था। उन्होंने लिखा, ‘हमारी चुप्पी का मतलब अनुपस्थिति नहीं था। हम लगातार स्थिति पर नज़र रख रहे थे।’

दुर्घटना पर संवेदना और ज़िम्मेदारी
टीम ने बैंगलोर में हुई भगदड़ की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद बताया। आरसीबी ने मृतकों और घायलों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और आश्वासन दिया कि वे इस कठिन समय में हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं। बयान में कहा गया है कि प्रशंसक केवल दर्शक नहीं, बल्कि आरसीबी परिवार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उनकी सुरक्षा टीम की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आरसीबी ने अपने संदेश में आगे लिखा कि वे केवल एक क्रिकेट फ्रैंचाइज़ी नहीं, बल्कि लाखों समर्थकों की भावनाओं से जुड़ा एक परिवार हैं। उन्होंने कहा कि क्लब भविष्य में सुरक्षा व्यवस्था को मज़बूत करने के लिए कदम उठाएगा, ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो। उन्होंने प्रशंसकों से धैर्य और सहयोग की भी अपील की।

सोशल मीडिया पर वापसी का महत्व

छवि

छवि
आरसीबी ने लिखा, ‘प्रिय 12वें खिलाड़ी की सेना, यह आपके लिए हमारा हार्दिक पत्र है! लगभग तीन महीने हो गए हैं जब से हमने आखिरी बार यहाँ कुछ पोस्ट किया था। यह एक मौन अनुपस्थिति नहीं थी, यह एक शोक था। यह मंच कभी ऊर्जा, यादों और उन पलों से भरा हुआ था जिनका आपने सबसे ज़्यादा आनंद लिया था… लेकिन 4 जून ने सब कुछ बदल दिया। उस दिन हमारा दिल टूट गया था, और तब से जो सन्नाटा छाया हुआ है, वह हमारे शोक का मार्ग बन गया है। उस सन्नाटे में, हम शोक मना रहे हैं। सुनना। सीखना। और धीरे-धीरे, हम सिर्फ़ प्रतिक्रिया देने से आगे बढ़कर कुछ नया बनाने लगे हैं। कुछ ऐसा जिस पर हमें पूरा विश्वास है।

प्रशंसकों को भरोसा
फ़्रैंचाइज़ी ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर उनकी वापसी सिर्फ़ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि प्रशंसकों को यह भरोसा दिलाने का एक तरीका है कि टीम उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि संवेदनशील समय में कभी-कभी चुप रहना ज़्यादा ज़रूरी होता है ताकि गलत संदेश न जाए। आरसीबी ने स्पष्ट किया कि वे इस घटना से सीखे गए सबक को ध्यान में रखते हुए भविष्य में और ज़िम्मेदारी भरे कदम उठाएँगे। उन्होंने यह भी वादा किया कि मैदान पर हो या मैदान के बाहर, टीम हमेशा प्रशंसकों की सुरक्षा और सम्मान को प्राथमिकता देगी।

‘कर्नाटक का गौरव बने रहना’
आरसीबी ने लिखा, ‘इस तरह आरसीबी केयर की शुरुआत हुई। यह हमारे प्रशंसकों का सम्मान करने, उनका समर्थन करने और उनके साथ खड़े होने की ज़रूरत से पैदा हुआ एक मंच है। यह एक ऐसा मंच है जहाँ हमारा समुदाय और प्रशंसक सार्थक कार्रवाई करने के लिए एक साथ आते हैं।’ आरसीबी ने लिखा, ‘आज हम इस मंच पर जश्न मनाने के लिए नहीं, बल्कि परवाह के साथ लौट रहे हैं। साझा करने के लिए। आपके साथ खड़े होने के लिए। साथ मिलकर आगे बढ़ने के लिए। कर्नाटक का गौरव बने रहने के लिए।’ आरसीबी को परवाह है… और हमेशा रहेगी। जल्द ही और जानकारी साझा करूँगा।’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here