यशस्वी जायसवाल ने लीड्स टेस्ट में अपनी बल्लेबाजी से टीम इंडिया को उम्मीद की एक किरण दिखाई और शानदार शतक जड़ा, लेकिन इसके बावजूद वह फैंस के निशाने पर हैं। कारण उनकी खराब फील्डिंग रही, जिसने टीम इंडिया को नुकसान पहुंचाया और अंत में भारत को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। फैंस को यह समझने में दिक्कत हो रही है कि एक जबर्दस्त शतक के बावजूद, फील्डिंग में गलती ने टीम की हार में अहम भूमिका निभाई।
हालांकि, भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने यशस्वी जायसवाल को इस आलोचना से बचाया और उनका समर्थन किया। गंभीर ने कहा, “दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फील्डर भी कभी-कभी कैच छोड़ देते हैं। यह खेल का हिस्सा है और हमें ऐसे पलों को समर्पण के साथ स्वीकार करना चाहिए।” गंभीर का यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि एक खिलाड़ी को उसके प्रदर्शन के सारे पहलुओं में सुधार करना पड़ता है, और एक गलती से पूरी मेहनत पर पानी नहीं फेरा जा सकता।
गौतम गंभीर के इस समर्थन से यशस्वी जायसवाल को मानसिक मजबूती मिल सकती है, और उम्मीद की जा रही है कि वह अपनी फील्डिंग पर ध्यान देंगे ताकि भविष्य में ऐसी गलती से बच सकें। खेल में उतार-चढ़ाव होते हैं, और यह महत्वपूर्ण है कि खिलाड़ी मानसिक रूप से मजबूत रहकर अपनी गलतियों से सीखें।