भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार खिलाड़ी युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने एक और बयान देकर पूरी दुनिया को चौंका दिया है। उन्होंने भारत के दिग्गज तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के बार-बार चोटिल होने की वजह बताई है और उन्होंने जो वजह बताई है, उससे एक नई चर्चा शुरू हो गई है। योगराज ने कहा कि बुमराह के चोटिल होने की वजह जिम हो सकती है। हाल ही में एक स्पोर्ट्स वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में योगराज ने कहा था कि क्रिकेटरों को अपनी फिटनेस बनाए रखने के लिए जिम जाने की जरूरत नहीं है बल्कि उन्हें खुद को लचीला बनाने पर ध्यान देना चाहिए। बुमराह का वर्कलोड मैनेजमेंट पिछले साल चर्चा का बड़ा विषय बना था। बीसीसीआई ने भी साफ कर दिया है कि वह इंग्लैंड के खिलाफ पांचों टेस्ट मैच नहीं खेलेंगे। योगराज ने कहा था कि क्रिकेटरों को बॉडी बिल्डिंग करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने अपने बयान को साबित करने के लिए हार्दिक पांड्या और मोहम्मद शमी का उदाहरण भी दिया।
बुमराह के बार-बार चोटिल होने की वजह?
इनसाइड स्पोर्ट्स को दिए इंटरव्यू में योगराज ने कहा, ‘बुमराह अक्सर चोटिल हो जाते हैं। वह चार बार चोटिल हो चुके हैं। क्या आप वजह जानते हैं? जिम इसकी वजह है। और भी क्रिकेटर हैं। मोहम्मद शमी…हार्दिक पंड्या। आपको बॉडी बिल्डिंग करने की जरूरत नहीं है। पुराने जमाने में वेस्टइंडीज के माइकल होल्डिंग जैसे गेंदबाज बहुत लचीले होते थे। विव रिचर्ड्स 35 की उम्र तक जिम नहीं गए थे।’
क्रिकेटरों को जिम कब जाना चाहिए?
योगराज ने कहा कि क्रिकेटरों को 35-36 की उम्र में ही जिम जाना चाहिए और अगर वे अपने करियर की शुरुआत में जिम में कड़ी मेहनत करते रहेंगे तो उनकी मांसपेशियां टाइट हो सकती हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे आश्चर्य है कि क्रिकेटर जिम जाते हैं। जिम तभी होता है जब आप 35-36 साल के होते हैं। नहीं तो इससे आपकी मांसपेशियां टाइट हो सकती हैं। हर किसी को पता होना चाहिए कि वह क्या कर रहा है। जब आप 36-37 साल के होते हैं और आपका शरीर कमजोर होता है तो आपको खुद को मजबूत बनाना पड़ता है। तब मैं समझ सकता हूं कि जिम में काम करना सही है।’
‘क्रिकेटरों को जिम जाने से रोकें’
योगराज ने कहा, ‘लेकिन आज युवा जिम जा रहे हैं। इसलिए ज्यादा चोटें लग रही हैं। मैं कह सकता हूँ कि करीब 30-40 साल पहले चोटों की संख्या शून्य थी। क्योंकि क्रिकेट में आपको बहुत लचीले, जिमनास्ट जैसे शरीर की आवश्यकता होती है। अपने शरीर के वजन के अनुसार व्यायाम करें जैसे कि पुल-अप, पुश-अप, सिट-अप और कोर, लेकिन भगवान के लिए कृपया क्रिकेटरों को जिम जाने से रोकें।