रवि शास्त्री ने टीम इंडिया के 93 साल के इतिहास पर नज़र डाली है और उसमें से 5 क्रिकेटरों को चुना है, जिन्हें उन्होंने महान बताया है। भारतीय क्रिकेट टीम ने अपना पहला मैच 1932 में कर्नल सीके नायडू के नेतृत्व में टेस्ट के रूप में खेला था। तब से लेकर अब तक कई खिलाड़ियों ने भारत की सेवा की है। रवि शास्त्री ने उन सभी खिलाड़ियों में से उन पाँच खिलाड़ियों को चुना है, जिन्हें उन्होंने महान बताया है। अब सवाल यह है कि रवि शास्त्री द्वारा चुने गए वे 5 खिलाड़ी कौन हैं और उन्हें महान कहने के पीछे क्या वजह है?
रवि शास्त्री ने चुने 5 क्रिकेटर, उन्हें महान बताया
भारतीय क्रिकेट के 93 साल के इतिहास में से रवि शास्त्री ने जिन 5 खिलाड़ियों को चुना है, उनमें सुनील गावस्कर, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी और विराट कोहली शामिल हैं। इन पाँचों खिलाड़ियों ने किसी न किसी समय भारतीय टीम की कप्तानी की है। कपिल देव और एमएस धोनी दो ऐसे कप्तान थे जिन्होंने भारत को विश्व विजेता बनाया। उन्होंने भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों को यह एहसास दिलाया कि आईसीसी ट्रॉफी जीतने का क्या मज़ा है?
सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली ने अपनी कप्तानी से ज़्यादा अपनी बल्लेबाज़ी से विश्व क्रिकेट पर राज किया है। अगर इन सभी के रनों और शतकों की संख्या जोड़ दी जाए, तो दुनिया की शायद ही कोई टीम इनके सामने टिक पाएगी।
इन पाँच क्रिकेटरों को महान कहने की क्या वजह है?
टीम इंडिया के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने 5 भारतीय क्रिकेटरों को चुनकर उन्हें महान बताया है। लेकिन अब सवाल यह है कि उन्हें महान कहने के पीछे क्या वजह है? दरअसल, शास्त्री के चयन के पीछे उन पाँच खिलाड़ियों की छाप है। क्रिकेट प्रेमियों के दिलो-दिमाग पर उन पाँच खिलाड़ियों की छाप है।
70 और 80 के दशक में सुनील गावस्कर की बल्लेबाजी दिलों की धड़कन थी। 80 के दशक में कपिल देव ने अपने ऑलराउंड खेल से अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने भारत को विश्व विजेता बनाकर उस पर अपना दबदबा बनाया। इस तरह 90 के दशक की शुरुआत सचिन तेंदुलकर के विश्व क्रिकेट में प्रवेश के साथ हुई। और, जब 21वीं सदी शुरू हुई, तो एमएस धोनी और विराट कोहली भारतीय क्रिकेट की धड़कन बनकर उभरे।