क्रिकेट न्यूज डेस्क।। आईपीएल के भी अपने अलग रंग हैं। कुछ खिलाड़ी लाखों में बिकते हैं, तो कुछ पर करोड़ों रुपये खर्च होते हैं। लेकिन मुद्दा यह नहीं है कि किसे कितने पैसे मिले। मुद्दा यह है कि हर खिलाड़ी कैसा खेल रहा है। जब टीमें खिलाड़ियों पर करोड़ों की बोली लगाती हैं, तो उन्हें लगता है कि वे टीम के लिए मैच विनर बनेंगे, लेकिन जब सीजन खत्म होता है, तो पता चलता है कि जिन खिलाड़ियों के लिए टीम ने करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाए, वे बुरी तरह फ्लॉप हुए और टीम के लिए विलेन बन गए। आइए आपको बताते हैं ऐसे खिलाड़ी के बारे में जो करोड़ों लेने के बाद भी मेगा फ्लॉप साबित हुआ।
राजस्थान ने इन खिलाड़ियों को किया रिटेन
आईपीएल के इस सीजन से पहले राजस्थान रॉयल्स ने जोस बटलर, ट्रेंट बोल्ट और युजवेंद्र चहल जैसे बड़े और मैच विनिंग खिलाड़ियों को रिलीज कर दिया था, वहीं दूसरी ओर उन्होंने कुछ कमजोर खिलाड़ियों को रिटेन किया था। राजस्थान संजू सैमसन, रियान पराग, यशस्वी जायसवाल और शिमरॉन हेटमायर को रिटेन करने में कामयाब रही। बाकी सब तो ठीक रहा, लेकिन शिमरॉन हेटमायर टीम के सबसे बड़े फ्लॉप खिलाड़ी साबित हुए। उन्हें अपनी टीम को जीत दिलाने का कई बार मौका मिला, लेकिन हेटमायर हर मौके पर विफल रहे।
टीम ने शिमरोन को 11 करोड़ रुपये में रिटेन किया। खास बात यह रही कि राजस्थान रॉयल्स ने शिमरोन हेटमायर को 11 करोड़ रुपये की भारी भरकम रकम में रिटेन किया। साथ ही टीम ने उनके रिप्लेसमेंट का कोई इंतजाम नहीं किया, यानी टीम को भरोसा रहा होगा कि शिमरोन हेटमायर कुछ मैचों में अपना जलवा दिखाएंगे, लेकिन उनका पूरा सीजन बेकार चला गया। शिमरोन हेटमायर ने इस साल अपनी टीम के लिए 13 पारियों में बल्लेबाजी की और सिर्फ 239 रन ही बना सके। उनका औसत 21.72 रहा और उन्होंने 145.73 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की।
शिमरोन के एक रन की कीमत उन्हें 4.6 करोड़ रुपये पड़ी
जैसा कि हमने पहले बताया, शिमरोन को लक्ष्य का पीछा करते हुए अपनी टीम के लिए जीत के कई मौके मिले, कम से कम दो से तीन बार। उम्मीद थी कि शिमरोन अपना विस्फोटक अंदाज दिखाएंगे, लेकिन हर बार वे विफल रहे और संकट के समय टीम का साथ छोड़ दिया। अगर हम उनकी सैलरी और रनों पर नज़र डालें तो पाएंगे कि शिमरॉन हेटमायर का एक रन उन्हें 4.6 लाख रुपये का पड़ा। शिमरॉन हेटमायर की आईपीएल सैलरी 11 करोड़ रुपये थी, लेकिन हर मैच खेलकर उन्होंने 78.6 लाख रुपये ज़्यादा कमाए, जो मैच फीस के तौर पर दिए जाते हैं। यानी शिमरॉन ने एक तरह से टीम को लूटा है।