भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सलामी बल्लेबाज और हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके रोहित शर्मा ने उस तारीख का ज़िक्र किया है, जिसे वह अपनी पूरी जिंदगी कभी नहीं भूल सकते। यह तारीख है — 23 जून। लेकिन आखिर क्यों? क्या है इस दिन का उनके करियर और भावनाओं से जुड़ा गहरा रिश्ता?
इस सवाल का जवाब है — 23 जून 2007, वही दिन जब रोहित शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। 18 साल पहले इसी दिन उन्होंने भारत की जर्सी पहनकर अपना पहला मैच खेला था और एक ऐसे सफर की शुरुआत की थी, जिसने उन्हें आज दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों की कतार में ला खड़ा किया है।
हाल ही में रोहित शर्मा ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में अपने उस पहले हेलमेट की तस्वीर साझा की, जिसे उन्होंने डेब्यू मैच में पहना था। तस्वीर के साथ लिखा था:
“हमेशा आभारी रहूंगा — 23.06.07”
इस एक लाइन ने लाखों क्रिकेट प्रेमियों के दिल को छू लिया। यह सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि उस खिलाड़ी की याद है, जिसने संघर्षों के बीच खुद को साबित किया, आलोचनाओं के बीच संयम बनाए रखा और एक कप्तान के रूप में भारत को दो आईसीसी ट्रॉफी जिताईं।
रोहित ने आयरलैंड के खिलाफ खेले गए टी20 मैच से अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की थी। तब उनकी उम्र सिर्फ 20 साल थी। शुरुआत में उन्हें सीमित मौके मिले, लेकिन उन्होंने हर मौके को एक अवसर की तरह लिया। धीरे-धीरे उनकी क्लास, टाइमिंग और बड़ी पारियों की काबिलियत ने उन्हें “हिटमैन” बना दिया।
उनके करियर में कई उतार-चढ़ाव आए—कभी फॉर्म को लेकर सवाल, कभी फिटनेस पर चर्चाएं, लेकिन रोहित ने हर बार शानदार वापसी की। वनडे क्रिकेट में तीन दोहरे शतक हों या टी20 में सबसे ज्यादा शतक, रोहित शर्मा ने कई ऐसे रिकॉर्ड अपने नाम किए, जो उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाते हैं।
अब जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, तो यह तारीख — 23 जून — उनके लिए और भी खास हो गई है। यह वह दिन है, जब उनका सपना साकार हुआ था। और इसीलिए यह तारीख उनके दिल में हमेशा के लिए दर्ज हो गई है।