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लाल किताब के विशेष उपाय शनि, राहु और केतु को रखेंगे शांत, भाग्य की मेहरबानी से बनता जाएगा हर काम

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भारतीय ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का विशेष महत्व माना गया है, और जब बात शनि, राहु और केतु की होती है, तो इन ग्रहों को “क्रूर ग्रह” या “पाप ग्रह” के रूप में देखा जाता है। इनके अशुभ प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में रुकावटें, मानसिक तनाव, आर्थिक तंगी और असफलता जैसे संकट खड़े हो सकते हैं। लेकिन भारतीय तंत्र-ज्योतिष में ‘लाल किताब’ एक ऐसा मार्गदर्शक ग्रंथ है, जो सरल और प्रभावी उपायों के माध्यम से इन ग्रहों के दुष्प्रभावों को शांत करने का मार्ग दिखाता है।

लाल किताब के उपाय और उनका प्रभाव

शनि ग्रह को न्याय का देवता माना गया है, लेकिन जब यह कुंडली में अशुभ स्थिति में होता है, तो व्यक्ति को मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिलती, न्यायिक मामलों में परेशानी आती है, और शरीर पर भारीपन या पुरानी बीमारियों का असर देखा जाता है।
लाल किताब में शनि को शांत करने के लिए कुछ बेहद आसान उपाय बताए गए हैं — जैसे कि काले तिल का दान, लोहे के पात्र में तेल देखकर उसका दान करना, और शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना। इन उपायों को श्रद्धा और नियमपूर्वक करने से शनि के प्रभाव में सुधार आता है।

राहु, जो भ्रम, छल और आकस्मिक घटनाओं का कारक माना जाता है, जब कुंडली में खराब होता है तो व्यक्ति को मानसिक अस्थिरता, अचानक नुकसान और सामाजिक अपयश का सामना करना पड़ता है।
लाल किताब राहु को शांत करने के लिए नारियल को बहते जल में प्रवाहित करने, सरसों का तेल दान करने, और नीले या भूरे कपड़े पहनने से बचने जैसे उपाय सुझाती है। इन छोटे-छोटे उपायों से राहु के कुप्रभावों से काफी राहत मिलती है।

केतु ग्रह मोक्ष, रहस्य और पूर्वजों से जुड़ा होता है। इसके अशुभ प्रभाव से मानसिक भ्रम, अकेलापन, रिश्तों में दूरी और बार-बार बाधाएं आती हैं।
लाल किताब के अनुसार, केतु को शांत करने के लिए काले कुत्ते को रोटी खिलाना, तिल और गुड़ का दान करना, तथा गुरुवार के दिन पीले वस्त्र धारण करना फायदेमंद होता है।

भाग्य की मेहरबानी से बनेगा हर काम

इन ग्रहों के शांत होने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता आने लगती है। जहां पहले काम अटकते थे, वहां अब सफलता मिलने लगती है। मानसिक शांति, पारिवारिक सुख और आर्थिक प्रगति का मार्ग खुलता है। लाल किताब के उपाय न तो अधिक खर्चीले हैं और न ही कठिन। इनका प्रभाव भी शीघ्र दिखाई देने लगता है, बशर्ते व्यक्ति पूरे विश्वास और श्रद्धा से इन्हें अपनाए।

अंत में यह समझना जरूरी है कि लाल किताब के उपाय ज्योतिषीय मार्गदर्शन हैं — अंधविश्वास नहीं। ये व्यक्ति को अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव की ओर ले जाते हैं। यदि शनि, राहु या केतु के कारण जीवन में परेशानी चल रही हो, तो किसी अनुभवी ज्योतिषाचार्य से परामर्श लेकर ये उपाय अवश्य करें। इससे न सिर्फ ग्रह शांत होंगे बल्कि भाग्य का साथ भी मिलने लगेगा और हर अधूरा काम पूरा होने लगेगा।

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