सोशल मीडिया पर हमेशा सुर्खियों में रहने वाली उर्फी जावेद एक बार फिर ट्रेंड कर रही हैं। लेकिन इस बार वह अपने होंठों की वजह से वायरल हो रही हैं। दरअसल, उन्होंने लिप डिसॉल्व ट्रीटमेंट करवाया था, जिसमें उन्हें एक इंजेक्शन लगा था। इस इंजेक्शन के बाद उनके चेहरे, आँखों और होंठों में सूजन आ गई है। उर्फी जावेद ने खुद अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करके इस बारे में बताया है। आपको बता दें कि कुछ साल पहले उर्फी ने लिप फिलर करवाया था, जिसके बाद भी उनके होंठ ऐसे दिखने लगे थे। अब घुलने के बाद भी ये ऐसे हो गए हैं।
यह ट्रीटमेंट क्या है?
होंठों में इंजेक्शन दो वजहों से लगाया जाता है: एक तो बीमारी या संक्रमण होने पर, और दूसरा, किसी लिप सर्जरी में। उर्फी ने भी लिप सर्जरी करवाई थी, जिसमें उन्होंने अपने होंठों के आकार को बेहतर बनाने के लिए लिप फिलर का ट्रीटमेंट करवाया था। इस बार उन्होंने लिप डिसॉल्व ट्रीटमेंट लिया है। यह ट्रीटमेंट तब लिया जाता है जब आपके लिप फिलिंग की सर्जरी सही तरीके से नहीं हुई हो। इस बार भी उर्फी को इसका इंजेक्शन लेने के बाद होंठों और पूरे चेहरे में सूजन की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
सूजन क्यों होती है?
इसे मेडिकल टर्म में डर्मल फिलर्स कहा जाता है, जिसमें होंठों की सर्जरी के अलावा चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने के लिए कई तरह के ट्रीटमेंट शामिल हैं, जैसे वॉल्यूम बढ़ाना, बढ़ती उम्र के निशानों को कम करना, आइब्रोज़ को ठीक करना आदि। सूजन का मुख्य कारण इंजेक्शन के साइड-इफेक्ट्स होते हैं। हालाँकि, यह एक आम साइड इफेक्ट है और कई बार ऐसी सर्जरी के बाद सूजन, लालिमा और दर्द होता है। कई बार इंजेक्शन के बाद उचित देखभाल न होने के कारण भी सूजन आ जाती है।
गंभीर समस्याएँ क्या हैं?
ब्रिटेन स्थित डॉक्टर हारून अशरफ, जो कॉस्मेटिक विशेषज्ञ हैं, बताते हैं कि होंठों या डर्मल सर्जरी के बाद हर बार सकारात्मक परिणाम मिलना ज़रूरी नहीं है। कई बार सूजन, दर्द के अलावा कुछ और समस्याएँ भी हो जाती हैं, जो गंभीर और जानलेवा हो जाती हैं।
एलर्जी प्रतिक्रिया- कभी-कभी हमारे शरीर को यह इंजेक्शन सूट नहीं करता, जिसके कारण एलर्जी हो जाती है।
रक्त वाहिकाओं में रुकावट- अगर फिलर गलती से किसी नस में चला जाए तो यह रक्त संचार को अवरुद्ध कर सकता है। इससे ऊतक क्षति, मृत त्वचा और अंधापन भी हो सकता है।
संक्रमण – अगर आप सही जगह पर इलाज नहीं करवाते, तो आपको खराब स्वच्छता या घटिया सामग्री के कारण संक्रमण हो सकता है।
ग्रैनुलोमा या गांठों का बनना – कभी-कभी ऐसे उपचारों के बाद, त्वचा के नीचे छोटी-छोटी सख्त गांठें बन जाती हैं। इन गांठों को ठीक करने के लिए अक्सर सर्जरी की ज़रूरत पड़ती है।
होंठों का असमान आकार – इसके अलावा, दोनों होंठों का आकार अलग-अलग हो सकता है, जिसके लिए दोबारा सर्जरी करवानी पड़ सकती है, जो और भी ज़्यादा नुकसानदेह हो सकती है।
आप कैसे बच सकते हैं?
विशेषज्ञों का कहना है कि लिप फिलर या लिप डिसॉल्व जैसी सर्जरी से बचना चाहिए ताकि भविष्य में कोई समस्या न हो। इसके अलावा, अगर कोई ऐसी सर्जरी करवा रहा है, तो उसे बाद की देखभाल पर ध्यान देना चाहिए। उपचार के बाद बर्फ से सिकाई, ठंडे मौसम और दर्द निवारक दवा लेने की सलाह दी जाती है। डॉक्टर की सलाह पर ही दवा लेनी चाहिए।
उपचार से पहले इन बातों का ध्यान रखें
- किसी स्थानीय सैलून या इंस्टाग्राम विज्ञापन से सर्जरी न करवाएँ।
- सर्जरी करवाने से पहले डॉक्टर के बारे में जान लें।
- अपने स्वास्थ्य के बारे में अगर आपको कोई बीमारी है या आप कोई दवा ले रहे हैं या किसी एलर्जी से पीड़ित हैं, तो ये सभी जानकारी भी साझा करें।
- गर्भावस्था, स्तनपान या किसी भी बीमारी के दौरान इसे करवाने से बचें।