कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के बाद अब प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें प्रेमानंद महाराज एक भक्त के सवाल का जवाब देते नज़र आ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘ये लिव-इन रिलेशनशिप क्या है? ये गंदगी का खजाना है। अरे, हम तो यहाँ पवित्रता के लिए मर गए। जब मुगलों ने आक्रमण किया तो महिलाओं ने सतीत्व के लिए मृत्यु को चुना, लेकिन शरीर को छूने नहीं दिया। आज वही बच्चे ये सब कर रहे हैं।’
हमारे देश में शादी एक पवित्र रिश्ता है
“आज के दौर में 100 में से दो चार लड़कियां ही पवित्र बची हैं”
◆ प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज ने कहा #premanandmaharaj | #Vrindavan | Vrindavan | Premanand Maharaj pic.twitter.com/F20iskjVMb
— News24 (@news24tvchannel) July 29, 2025
उन्होंने आगे कहा, ‘हमारे देश में अपने पति को जीवन देने का भाव होता है। हमारे प्राण चले जाएँ, लेकिन पति का बाल भी बांका न हो। आज यहाँ पतियों के साथ ऐसा ही व्यवहार किया जाता है। पत्नियों को जीवन माना जाता है। अर्धांगिनी माना जाता है। आज हमारी ये संस्कृति कहाँ चली गई, ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि आपस में पहले से ही बातचीत चल रही है। हमारे यहाँ विवाह को बहुत पवित्र रिश्ता माना जाता है। विवाह हुआ और फिर पूरे गाँव के देवी-देवताओं के दर्शन होते हैं।’ बड़ों का आशीर्वाद लिया जाता था। फिर वह अपने घर जाता था। आज जब बात ही कर ली, तो गंदा व्यवहार कर ही लिया। जिस पति ने पनीक को स्वीकार किया है, उसके लिए जीवन समर्पित है।’
आज लड़के-लड़कियाँ पवित्र नहीं हैं
प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा, ‘हमारा देश भारत है। हमारा पराया देश आज इसके साथ और इसके साथ नहीं है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि लड़के-लड़कियाँ पवित्र नहीं हैं। अगर किसी तरह पवित्र मिल भी जाए, तो उसे ईश्वर का वरदान समझो। हम कहे की जो डाकपन में गी गी गी गी गी जी बाज बार शादी सैदर जौट जाउ। बड़ा अजीब समय है।
शादी से पहले कई लड़कों से संबंध
उन्होंने आगे कहा, ‘आजकल लड़के-लड़कियों का चरित्र शुद्ध नहीं है। पहले अपनी माँ-बहनों का आचरण देखो। हम पानी के भाई। आजकल बच्चे क्या पहन रहे हैं? आज लड़कियाँ शादी से पहले एक लड़के से संबंध तोड़ने के बाद दूसरे लड़के से संबंध बना रही हैं। फिर दूसरे से संबंध तोड़ने के बाद तीसरे से संबंध बना रही हैं। रिश्ते ही सोच में बदल रहे हैं।’
चार पुरुष अपनी आदत के कारण अपने पति को पसंद नहीं करते
प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा, ‘इस तरह से उसकी शुद्धि कैसे होगी? आदमी लो हमें चार होटल के खाने की आदत पड़ गई है, तो घर की रसोई का खाना अच्छा नहीं लगेगा। जब एक लड़की चार पुरुषों से मिलने की आदी हो जाती है, तो वह एक पति को स्वीकार करने की हिम्मत नहीं जुटा पाएगी। इसी तरह, एक पति जो चार लड़कियों से संबंध रखता है, वह अपनी पत्नी से संतुष्ट नहीं होगा।’