क्रिकेट न्यूज डेस्क।। भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया को ऐसा झटका लगा है, जिसने मुकाबले की दिशा ही पलट दी। यह झटका 5 या 50 रन का नहीं, बल्कि पूरे 190 रन का घाटा है। अब सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्या हुआ, जिससे भारत इतने बड़े नुकसान में चला गया? जवाब ढूंढने के लिए हमें लौटना होगा दूसरे और तीसरे दिन के खेल पर, जब इंग्लैंड की पहली पारी चल रही थी।
क्या हुआ था लीड्स टेस्ट के पहले दो दिनों में?
भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए पिच और मौसम के मिजाज के हिसाब से ठीकठाक स्कोर खड़ा किया। टीम की पहली पारी में बल्लेबाजों ने संघर्ष करते हुए रन जोड़े, लेकिन कोई बड़ा स्कोर नहीं बना। भारतीय टीम की पहली पारी कुल मिलाकर औसत रही।
इसके बाद जब इंग्लैंड बल्लेबाजी करने उतरा, तो टीम इंडिया को उम्मीद थी कि उसके गेंदबाज़, खासकर जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज, शुरुआती विकेट निकालकर दबाव बना लेंगे। शुरुआत में ऐसा होता भी दिखा। लेकिन यहीं पर भारत चूक गया।
भारतीय गेंदबाज़ी और फील्डिंग की बड़ी चूक
दूसरे और तीसरे दिन भारतीय गेंदबाजों ने अच्छी लाइन लेंथ रखी, लेकिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों को आउट करने में बार-बार चूक होती रही। वहीं, सबसे बड़ा नुकसान भारतीय फील्डरों की गलतियों से हुआ। मैदान पर कम से कम 4 कैच टपकाए गए, जिनमें से दो विकेट इंग्लैंड के सेट बल्लेबाजों — ओली पोप और हैरी ब्रूक — के थे।
ओली पोप ने इस मौके का फायदा उठाते हुए शानदार शतक जड़ा, जबकि ब्रूक 99 रन पर आउट हुए। दोनों की इन पारियों ने भारत की रणनीति और आत्मविश्वास को झटका दिया। यदि ये दोनों बल्लेबाज समय रहते आउट हो जाते, तो इंग्लैंड की पारी को जल्दी समेटा जा सकता था।
नतीजा: इंग्लैंड को 190 रनों की बड़ी बढ़त
भारतीय टीम की पहली पारी के स्कोर की तुलना में इंग्लैंड ने 190 रन की विशाल बढ़त बना ली। यह बढ़त भारत के लिए सिर्फ स्कोर नहीं, बल्कि मानसिक दबाव का कारण भी बन गई। अब भारत को इस मैच में वापसी करने के लिए ना सिर्फ स्कोर बराबर करना होगा, बल्कि इंग्लैंड के गेंदबाज़ों से भी सतर्क रहना होगा।