अक्सर ऐसा होता है कि शादी या पार्टी में क्या पहनें, कौन सा कलर कॉम्बिनेशन अच्छा रहेगा और इस बात को लेकर असमंजस की स्थिति रहती है। अलमारी कपड़ों से भरी पड़ी है, लेकिन जब आपको शादी, पार्टी या फंक्शन में जाना हो तो आपको किसी चीज की जरूरत नहीं होती। दरअसल, स्टाइलिश दिखना सिर्फ महंगे कपड़े पहनने का नाम नहीं है, बल्कि कलर कॉम्बिनेशन और बैलेंस सही होना भी सबसे जरूरी चीज है। ऐसे में अगर आप भी स्टाइलिश और स्मार्ट लुक पाना चाहते हैं तो फैशन इंडस्ट्री के मशहूर 60-30-10 रूल को फॉलो करना शुरू कर दें।
क्या है 60-30-10 रूल?
फैशन की दुनिया में 60-30-10 एक ऐसा रूल है, जिसका पालन करने से आपको अपने कपड़ों के डिजाइन और कलर चुनने में मदद मिल सकती है। आसान भाषा में यह रूल यह है कि डिजाइन में प्रमुख रंग 60 प्रतिशत, दूसरा रंग 30 प्रतिशत और आकर्षक रंग 10 प्रतिशत हिस्सा लेता है।
क्यों जरूरी है यह रूल?
अगर आप इस नियम का पालन करते हैं, तो आपका ड्रेसिंग सेंस बेहतर हो सकता है। कपड़ों के रंग का टेस्ट आपके पास होगा। साथ ही, अगर आप अपने लिए सही कपड़े चुनते हैं तो आप परफेक्ट लुक पा सकते हैं और इससे आपको कपड़े चुनने में आसानी होती है। इससे आपकी पसंद सीमित हो जाती है। इससे आपका मेकअप भी परफेक्ट दिखता है। तो यह नियम आपके लिए एक बेहतरीन उपाय हो सकता है।
और ये नियम कहां इस्तेमाल किए जाते हैं?
60-30-10 नियम का इस्तेमाल सिर्फ फैशन की दुनिया में ही नहीं, बल्कि घर को सजाने के लिए भी किया जाता है। रंग का चयन आसान बनाता है। आप घर को सजाने के लिए 60 प्रतिशत डोमिनेंट या प्राइमरी कलर, 30 प्रतिशत सेकेंडरी कलर और 10 प्रतिशत एक्सेंट शेड या कलर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।