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वैश्विक चुनौतियों के बीच तेजी से बढ़ रहा भारत का कारोबार, क्रेडिट रेश्यो में हुआ इजाफा: रिपोर्ट

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मुंबई, 1 अप्रैल (आईएएनएस)। वैश्विक चुनौतियों के बाद भी, वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में भारतीय कंपनियों का क्रेडिट रेश्यो बढ़कर 2.35 गुना हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में 1.62 गुना था। यह जानकारी मंगलवार को जारी हुई केयरएज रेटिंग्स की रिपोर्ट में दी गई।

इसके अलावा, अपग्रेड रेट बढ़कर 14 प्रतिशत हो गई है, जो कि वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही में 12 प्रतिशत थी। इसकी वजह घरेलू खपत और सरकारी खर्च में बढ़ोतरी होना है।

हालांकि, डाउनग्रेड रेट 200 आधार अंक घटकर 6 प्रतिशत रह गई है। इसकी वजह माइक्रोफाइनेंस और असुरक्षित व्यावसायिक ऋण प्रदान करने वाली एनबीएफसी में एसेट क्वालिटी संबंधी चिंताओं के साथ-साथ केमिकल और लौह एवं स्टील क्षेत्रों में छोटे आकार की कंपनियों द्वारा सामान किए जा रहे मूल्य निर्धारण दबावों के साथ-साथ निर्यात में कमी होना है।

केयरएज रेटिंग्स के कार्यकारी निदेशक और मुख्य रेटिंग अधिकारी सचिन गुप्ता के अनुसार, क्रेडिट रेश्यो में वृद्धि भारतीय उद्योग जगत की मजबूती का प्रमाण है।

उन्होंने आगे कहा गया कि हालांकि, आगे की यात्रा आसान नहीं है। अमेरिकी टैरिफ लागू होने से निर्यात-संचालित क्षेत्रों की गति बाधित हो सकती है, साथ ही इससे अन्य प्रभावित अर्थव्यवस्थाओं से मूल्य प्रतिस्पर्धा भी शुरू हो सकती है।

गुप्ता ने कहा कि ऐसा नहीं है कि सब कुछ निराशाजनक है, क्योंकि व्यापार समझौते और रुपये के मूल्य में गिरावट निर्यातकों को बहुत जरूरी राहत प्रदान कर सकती है।

रिपोर्ट में आगे कहा गया कि मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज सेक्टर के लिए केयरएज रेटिंग्स के क्रेडिट रेश्यो में मजबूत उछाल देखने को मिला। वित्त वर्ष 25 की दूसरी छमाही में यह 2.06 हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही में 1.21 था।

रिपोर्ट में आगे बताया कि क्रेडिट रेश्यो में बदलाव वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत में कारोबार के मजबूत होते आधार को दिखाता है।

इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के लिए क्रेडिट रेश्यो वित्त वर्ष 25 की दूसरी छमाही में सुधरकर 3.94 हो गया है। हालांकि, बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस (बीएफएसआई) सेक्टर के क्रेडिट रेश्यों में गिरावट देखने को मिली है और यह वित्त वर्ष 25 की दूसरी छमाही में घटकर 1.07 रह गया है, जो कि वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही में 2.75 था।

–आईएएनएस

एबीएस/

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