ईद में अब कुछ ही दिन बचे हैं और लोगों ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। हर जगह उत्साह, खुशी और जोश का माहौल है। हर उम्र की महिलाएं अपने कपड़े और सामान चुनने में व्यस्त रहती हैं। ईद के लिए पारंपरिक भारतीय लुक हमेशा से महिलाओं का पसंदीदा विकल्प रहा है, जिनमें से दो सदाबहार और सबसे विशिष्ट हैं शरारा और गरारा। इसे विशेष रूप से मुस्लिम महिलाएं पहनती हैं। ये दोनों ड्रेस देखने में एक जैसी लगती हैं, लेकिन दोनों में बहुत अंतर है। इससे लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि उनके लिए कौन सा पहनना सही रहेगा?
शरारा
शरारा आपको सॉफ्ट और स्टाइलिश लुक देता है। इसके अलावा, यह पोशाक आपको स्वतंत्र महसूस कराती है। इसे आमतौर पर छोटी कुर्ती या लंबी शर्ट या शरारा के साथ पहना जाता है। शरारा यंग और ग्लैमरस लुक देता है, जिससे यह ईद के लिए अच्छा विकल्प बन सकता है।
गरारा
गरारा लखनऊ का एक क्लासिक पारंपरिक परिधान है, जिसे आमतौर पर किसी विशेष अवसर जैसे त्यौहार या शादी पर पहना जाता है। इसमें घुटनों तक की लंबाई वाला छोटा कुर्ता होता है, जिसे चौड़े पैरों वाली फ्लेयर्ड पैंट के साथ पहना जाता है। यह कमर पर फिट बैठता है और घुटनों के नीचे तक फैलता है। इसे विशेष रूप से गोटा वर्क या कढ़ाई से सजाया जाता है। इसके अलावा, इस पोशाक को दुपट्टे के साथ पूरा किया गया है।
शरारा और गरारा में अंतर
शरारा और गरारा के बीच एक महत्वपूर्ण अंतर उनकी पैंट या सलवार है। गरारा में घुटने से शुरू होने वाली एक फैली हुई स्कर्ट के साथ एक संरचित डिजाइन है, जो एक विशेष रूप देता है। वहीं शरारा में कमर से फ्लेयर्ड स्कर्ट होती है, जो ज्यादा आकर्षक लगकर लोगों को प्रभावित करती है।