शेयर बाजार पर कई महत्वपूर्ण कारकों का असर देखने को मिल सकता है। भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर बातचीत, डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा पर 35% टैरिफ लगाने की घोषणा, टीसीएस के पहली तिमाही के नतीजे, संस्थागत निवेश के रुझान, प्राथमिक बाजार की चाल और वैश्विक संकेतों का सेंसेक्स और निफ्टी की चाल पर मिला-जुला असर पड़ सकता है। सुबह 7:05 बजे गिफ्ट निफ्टी फ्यूचर्स 137 अंकों की गिरावट के साथ 25,285 पर कारोबार करते हुए देखा गया, जो शेयर बाजार की कमजोर शुरुआत का संकेत है।
वैश्विक बाजार की स्थिति
एशिया-प्रशांत बाजारों में आज मिला-जुला रुख देखा गया। इसकी मुख्य वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वह घोषणा है जिसमें उन्होंने 1 अगस्त से कनाडा से आने वाले सामानों पर 35% टैरिफ लगाने की बात कही है। ट्रंप ने यह भी कहा कि वह ज़्यादातर व्यापारिक साझेदारों पर 15-20% का एकमुश्त टैरिफ लगाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने मुद्रास्फीति और शेयर बाजार पर इसके असर को लेकर चिंताओं को खारिज कर दिया है।
एशियाई बाजारों में, निक्केई में 0.21% की बढ़त दर्ज की गई, जबकि टॉपिक्स इंडेक्स में 0.71% की बढ़त दर्ज की गई। कोस्पी में मामूली 0.013% की बढ़त दर्ज की गई और ऑस्ट्रेलिया का ASX 200 इंडेक्स 0.064% नीचे रहा।
इसी बीच, गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में भी मजबूती देखी गई। S&P 500 इंडेक्स 0.27% बढ़कर 6,280.46 के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। नैस्डैक कंपोजिट भी लगातार दूसरे दिन नई ऊँचाई पर पहुँच गया और 0.09% बढ़कर 20,630.67 पर बंद हुआ। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 192.34 अंक या 0.43% बढ़कर 44,650.64 पर बंद हुआ।