दोस्ती सुकून है, प्यार है दोस्ती है… सच्ची दोस्ती में न कोई शर्त होती है और न ही कोई स्वार्थ। ये तो बस एक-दूसरे का साथ देने, समझने और हर परिस्थिति में खड़े रहने का नाम है। हिंदी सिनेमा ने दोस्ती के इस खूबसूरत रिश्ते को हमेशा पर्दे पर दिखाया है। कुछ फ़िल्में ऐसी भी हैं जो दोस्ती की मिसाल बन गई हैं। आज फ्रेंडशिप डे (Friendship Day 2025) है। इस खास मौके पर हम आपको बॉलीवुड की उन बेहतरीन फिल्मों के बारे में बताएंगे जिनमें दोस्ती की गहराई दिखाई गई है।
शोले
‘ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे…’ दोस्ती की बात शोले का नाम लिए बिना अधूरी है। जय और वीरू की दोस्ती ने दशकों तक लोगों के दिलों पर राज किया है। धर्मेंद्र और अमिताभ बच्चन द्वारा निभाए गए इन किरदारों ने दोस्ती की नई परिभाषा लिखी। इस फिल्म का एक गाना ही दोस्ती पर आधारित था।
ओटीटी – अमेज़न प्राइम वीडियो
दिल चाहता है
दिल चाहता है ने साल 2001 में युवाओं के बीच दोस्ती की एक नई लहर पैदा की। यह फिल्म आकाश, समीर और सिद्धार्थ की कहानी है, जो कॉलेज के बाद ज़िंदगी के अलग-अलग रास्ते अपनाते हैं। यह फिल्म दिखाती है कि कैसे समय और दूरी भी एक सच्ची दोस्ती को खत्म नहीं कर सकती।
ओटीटी – नेटफ्लिक्स
ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा
ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा बताती है कि ज़िंदगी में एक सफ़र कैसा होना चाहिए। कबीर, अर्जुन और इमरान की यह कहानी दोस्ती के साथ-साथ ज़िंदगी को एक नए नज़रिए से देखना भी सिखाती है। स्पेन में एक रोड ट्रिप के दौरान, तीनों दोस्त न सिर्फ़ अपने डर का सामना करते हैं, बल्कि एक-दूसरे की समस्याओं का समाधान भी करते हैं।
ओटीटी – अमेज़न प्राइम वीडियो
ये जवानी है दीवानी
ये जवानी है दीवानी दोस्ती के उस दौर की कहानी है जब हम अपने सपनों को पूरा करने के लिए बेताब होते हैं। बनी, नैना, अदिति और अवि की दोस्ती इस बात का सबूत है कि रास्ते भले ही अलग हो जाएँ, लेकिन दिल से जुड़े रिश्ते हमेशा बने रहते हैं।
ओटीटी – अमेज़न प्राइम वीडियो
3 इडियट्स
‘अगर कोई दोस्त असफल हो जाए तो दुख होता है, लेकिन अगर कोई दोस्त अव्वल आए तो और भी ज़्यादा दुख होता है।’ 3 इडियट्स सिर्फ़ एक फ़िल्म नहीं, बल्कि दोस्ती, सपनों और शिक्षा व्यवस्था का आईना है। राजू, फरहान और रैंचो की दोस्ती ने साबित कर दिया कि जब दोस्त साथ होते हैं, तो बड़ी-बड़ी मुश्किलें भी आसान हो जाती हैं।
ओटीटी – अमेज़न प्राइम वीडियो