क्रिकेट न्यूज डेस्क।। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने अपनी पहली आईपीएल ट्रॉफी जीत ली है। नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पंजाब किंग्स के खिलाफ खिताबी मुकाबले में आरसीबी ने 6 रन से जीत दर्ज की। इस तरह रजत पाटीदार की कप्तानी में आरसीबी का आईपीएल खिताब जीतने का सपना पूरा हुआ। मध्य प्रदेश के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले 32 वर्षीय पाटीदार को इस सीजन में टीम की कप्तानी मिली। उन्होंने कमाल करते हुए टीम का 18 साल पुराना सपना पूरा कर दिया।
विराट कोहली की चर्चा हर जगह
वैसे तो रजत पाटीदार की कप्तानी में आरसीबी ने जीत हासिल की है। लेकिन हर जगह सिर्फ और सिर्फ विराट कोहली की चर्चा है। विराट पहले सीजन से ही आरसीबी का हिस्सा हैं। वह कई सालों तक टीम के कप्तान रहे। इसके बाद भी वह ट्रॉफी नहीं जीत पाए। अब जब आरसीबी ने ट्रॉफी जीत ली है तो विराट हर जगह छाए हुए हैं। टीवी से लेकर सोशल मीडिया तक विराट छाए हुए हैं। वहीं कप्तान रजत पाटीदार के बारे में बहुत कम चर्चा हो रही है। पाटीदार की कप्तानी में आरसीबी ने 13 में से 10 मैच जीते हैं।
अय्यर की स्थिति ऐसी नहीं होनी चाहिए थी
केकेआर ने पिछले सीजन में आईपीएल का खिताब जीता था। टीम की कप्तानी श्रेयस अय्यर ने की थी। उनकी कप्तानी शानदार रही। केकेआर ने फाइनल मैच में एकतरफा जीत दर्ज की। लेकिन चर्चा सिर्फ गौतम गंभीर की हुई। गंभीर बतौर मेंटर टीम से जुड़े थे। जीत का पूरा श्रेय उन्हें मिला। केकेआर की जीत के बाद उन्हें भारतीय टीम के हेड कोच की जिम्मेदारी भी मिली।
अय्यर ने केकेआर से नाता तोड़ लिया
श्रेयस अय्यर को भी लगा कि जीत का श्रेय उन्हें नहीं मिला। इसी के चलते उन्होंने आईपीएल 2025 से पहले उन्हें रिटेन नहीं करने का फैसला किया। श्रेयस को नीलामी में पंजाब किंग्स ने खरीदा था। उनकी कप्तानी में टीम फाइनल में पहुंची लेकिन खिताब नहीं जीत सकी। दूसरी ओर, गत चैंपियन केकेआर 14 मैचों में 12 अंकों के साथ तालिका में 8वें स्थान पर रही।