क्रिकेट न्यूज डेस्क।। भारत के लिए टेस्ट और वनडे दोनों प्रारूपों में केवल दो बल्लेबाजों ने 10,000 रन बनाए हैं, जिनमें सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ का नाम शामिल है। खास बात यह है कि विराट कोहली को भी इसमें हिस्सा लेने का मौका मिला। लेकिन वह इससे चूक गए। कोहली ने अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर सबको चौंका दिया। उन्होंने ऐसे समय में संन्यास लिया जब इंग्लैंड का दौरा नजदीक आ रहा था।
टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन पूरे नहीं कर सके
विराट कोहली ने अब तक वनडे क्रिकेट में कुल 14,181 रन बनाए हैं, जिसमें उनके नाम 51 शतक शामिल हैं। उन्होंने भारत के लिए 123 टेस्ट मैचों में कुल 9230 रन बनाए। वह टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन पूरे करने से सिर्फ 770 रन दूर थे। अगर उन्होंने टेस्ट से संन्यास नहीं लिया होता और टेस्ट में 10,000 रन पूरे कर लिए होते तो वह टेस्ट और वनडे दोनों प्रारूपों में भारत के लिए दस हजार से अधिक रन बनाने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज बन जाते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
2011 में शुरू हुआ
विराट कोहली ने 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। इसके बाद उन्होंने धीरे-धीरे क्रिकेट के सबसे बड़े प्रारूप में अपनी जगह बनाई और सबसे बड़े सुपरस्टार बनकर उभरे। वर्ष 2014 में वह भारतीय टेस्ट टीम के स्थायी कप्तान भी बने। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने कुल 40 मैच जीते और विदेशी धरती पर अपनी छाप छोड़ी। वह भारत के लिए सबसे अधिक टेस्ट मैच जीतने वाले कप्तान थे।
विदेशी धरती पर चमत्कार कर दिखाया
विराट कोहली ने भारतीय टेस्ट कप्तान के रूप में विदेशों में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने टेस्ट कप्तान के रूप में दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में दो-दो टेस्ट तथा इंग्लैंड में तीन टेस्ट मैच जीते। वह भारत के लिए विदेश में सर्वाधिक 16 टेस्ट मैच जीतने वाले कप्तान थे।