केंद्र सरकार जैसे ही ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 लेकर आई, इससे जुड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट शुरू हो गई। सबसे ज़्यादा गिरावट नज़ारा टेक के शेयरों में देखी गई, जो बिल के लोकसभा में पेश होने के बाद से धड़ाम हो रहा है। बुधवार को पिछले कारोबारी दिन यह गेमिंग शेयर 12 प्रतिशत से ज़्यादा लुढ़क गया, जबकि हफ़्ते के चौथे कारोबारी दिन खुलते ही इसमें 10 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इतना ही नहीं, ब्रोकरेज़ भी नज़ारा के शेयरों को लेकर नकारात्मक रुख़ अपना रहे हैं और इसकी रेटिंग घटा दी है।
बिल पेश होते ही शेयर में गिरावट जारी रही
नज़ारा टेक के शेयर बुधवार को 12.88 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ बंद हुए और इसकी कीमत (नज़ारा शेयर प्राइस) 1397 रुपये से घटकर 1220 रुपये पर आ गई। गुरुवार को भी यह शेयर गिरावट के साथ खुला। 1178 रुपये पर खुलने के कुछ देर बाद ही नज़ारा के शेयरों की कीमत एक झटके में 1085 रुपये पर आ गई। महज दो कारोबारी दिनों में ही शेयर की कीमत में 22 फीसदी की गिरावट आ गई और इसके साथ ही कंपनी का बाजार पूंजीकरण (नजारा मार्केट कैप) भी घटकर 10210 करोड़ रुपये रह गया।
ब्रोकरेज ने लक्ष्य के साथ रेटिंग भी घटाई
सरकार द्वारा ऑनलाइन गेमिंग विधेयक पेश किए जाने के बाद, ब्रोकरेज ने ऑनलाइन गेमिंग से जुड़ी इस कंपनी के शेयरों की रेटिंग घटाने के साथ-साथ लक्ष्य मूल्य भी घटा दिया है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने बताया कि उसने नजारा टेक के शेयर का लक्ष्य मूल्य लगभग 27 फीसदी घटाकर 1500 रुपये कर दिया है, जो पहले 1100 रुपये था। ब्रोकरेज के मुताबिक, ऑनलाइन गेमिंग विधेयक को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। इसके साथ ही कंपनी ने नजारा रेटिंग में भी बदलाव करते हुए इसे ‘Add’ से घटाकर ‘Reduce’ कर दिया है।
कंपनी ने अपने नोट में कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा ऑनलाइन गेमिंग क्षेत्र को विनियमित करने के लिए लोकसभा में एक विधेयक पारित किया गया है, जिसके लागू होने के बाद देश में असली पैसे से ऑनलाइन गेमिंग बंद हो जाएगी। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने कहा कि इस क्षेत्र में सक्रिय अधिकांश कंपनियां गैर-सूचीबद्ध हैं, लेकिन पोकरबाजी का संचालन करने वाली मूनशाइन टेक्नोलॉजी में नजारा टेक्नोलॉजीज की बड़ी हिस्सेदारी है। कंपनी ने मूनशाइन का मूल्यांकन भी 400 रुपये से घटाकर 0 कर दिया है।
इन निवेशकों को हुआ है भारी नुकसान
नजारा टेक के शेयर में आई गिरावट का असर इससे जुड़े सभी बड़े निवेशकों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। इसमें स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी जीरोधा के निखिल कामथ, दिग्गज निवेशक मधुसूदन केला और प्लूटस वेल्थ मैनेजमेंट के सह-संस्थापक अर्पित खंडेलवाल की हिस्सेदारी का मूल्य दो दिनों में अनुमानित 300 करोड़ रुपये घट गया है। बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, 30 जून, 2025 तक, निखिल कामथ के पास इस ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म में 3.51% हिस्सेदारी, मधु केला के पास 1.18% हिस्सेदारी और खंडेलवाल के पास 7.44% हिस्सेदारी थी।