भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच हुई झड़प ने माहौल को गरमा दिया था। मैच के तीसरे दिन के आखिरी ओवर में शुभमन गिल और इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली के बीच हुई झड़प ने भारतीय खिलाड़ियों में जोश भर दिया था और इसका असर चौथे दिन देखने को मिला। खास तौर पर टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ज्यादा आक्रामक दिखे, जिसका फायदा भी हुआ और नुकसान भी।
टेस्ट मैच के चौथे दिन रविवार, 13 जुलाई को इंग्लैंड ने दूसरी पारी आगे बढ़ाई। उनकी पारी एक दिन पहले ही शुरू हुई थी, जिसमें सिर्फ एक ओवर का खेल हुआ था और उसमें काफी ड्रामा हुआ। भारतीय कप्तान गिल जैक क्रॉली की इस हरकत से काफी नाखुश थे, जो जानबूझकर उस ओवर की हर गेंद का सामना करने में देरी कर रहे थे और इस बात को लेकर उन्होंने इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज से बहस भी की।
सिराज की जिद ने नुकसान पहुंचाया
ऐसे में चौथे दिन भारतीय प्रशंसक चाहते थे कि क्रॉली को सबक सिखाया जाए और उन्हें जल्द से जल्द आउट किया जाए। भारतीय टीम भी यही चाहती होगी। इसके लिए हर खिलाड़ी ने पहली गेंद से ही अपनी पूरी कोशिश की, लेकिन इस कोशिश में सिराज थोड़ा आगे निकल गए। दिन के तीसरे ओवर में ही क्रॉली के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की जोरदार अपील आई, जिसे अंपायर ने नकार दिया। लेकिन यहीं सिराज डीआरएस की मांग करने लगे।
कप्तान शुभमन गिल इसके लिए तैयार नहीं थे क्योंकि भारतीय टीम में डीआरएस के मामले में सिराज का रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं रहा है। लेकिन स्टार पेसर की ज़िद के आगे कप्तान भी बेबस नज़र आए और उन्होंने रिव्यू ले लिया। नतीजा भी आया और फैसला टीम इंडिया के खिलाफ गया। इस तरह टीम इंडिया को चौथे दिन के पहले सत्र में ही नुकसान हुआ क्योंकि उसका एक रिव्यू खराब हो गया।
पहले गलती सुधारो, फिर टीम को फायदा
लेकिन सिराज आसानी से हार मानने वालों में से नहीं हैं और उन्होंने अपनी गलती सुधारने में ज़्यादा देर नहीं लगाई। अपने अगले ओवर में सिराज ने दूसरे सलामी बल्लेबाज़ बेन डकेट का विकेट ले लिया। इसी के साथ सिराज और टीम इंडिया का इस पारी में खाता खुल गया और सिराज ने अपनी गलती की भरपाई भी कर ली। सिराज यहीं नहीं रुके और एक बार फिर उन्होंने DRS पर ज़ोर दिया।
इस बार इंग्लैंड के उप-कप्तान बेन डकेट खिलाफ थे और इस बार फ़ैसला टीम इंडिया के ख़िलाफ़ था। इस बार भी कप्तान गिल DRS से पूरी तरह संतुष्ट नहीं थे और पिछले फ़ैसले के बाद उन्हें और शक था। लेकिन फिर भी उन्होंने सिराज के कहने पर रिव्यू लिया और इस बार भारतीय तेज़ गेंदबाज़ की बात बिल्कुल सही साबित हुई। तीसरे अंपायर ने पोप को आउट करार दिया और इस तरह सिराज ने अपनी गलती पूरी तरह सुधारी और टीम को फ़ायदा पहुँचाया।