बिज़नेस न्यूज़ डेस्क – देश में प्रधानमंत्री आवास योजना दो तरह से चलाई जाती है। एक है प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण और दूसरी है प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी। हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा की कि प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी में मध्यम वर्ग के परिवारों को भी शामिल किया जाएगा और इसके तहत उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में 1 लाख से अधिक नए घर बनाए जाएंगे।
हालांकि, इस खबर में हम जो जानकारी लेकर आए हैं, वह प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण से जुड़ी है। इस जानकारी के मुताबिक, इस योजना के तहत गांवों में जिन लोगों को घर मिल रहे हैं, उन्हें इसके साथ काम भी मिलेगा। सबसे बड़ी बात यह है कि अगर आपको काम नहीं मिल रहा है, या आपका घर ठीक से नहीं बन रहा है, तो आप नीचे दिए गए नंबरों पर शिकायत भी कर सकते हैं।
कैसे और किसे मिलेगा काम
पीएम आवास योजना-ग्रामीण की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, अगर आपको पीएम आवास योजना-ग्रामीण के तहत घर आवंटित हुआ है, तो आपको बनने वाले घर में मजदूरी भी दी जाएगी। जानकारी के मुताबिक, मकान निर्माण के दौरान लाभार्थी को मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के तहत मजदूरी भी दी जाती है, जिससे निर्माण की मजदूरी लागत में भी मदद मिलती है। अगर आपको मकान निर्माण से जुड़ी कोई समस्या है तो आप हेल्पलाइन नंबर 1800-11-6446 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
किसे नहीं मिलेगा मकान
पीएम आवास योजना-ग्रामीण के तहत इन लोगों को मकान नहीं मिलेगा। जिन परिवारों के पास चार पहिया या तिपहिया वाहन हैं, वे इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते। इसके अलावा खेती के उद्देश्य से तिपहिया या चौपहिया वाहन रखने वाले परिवार इस योजना के लिए पात्र नहीं माने जाएंगे। जिनके पास 50,000 रुपये या उससे अधिक की क्रेडिट कार्ड लिमिट है, वे भी इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगे। सरकारी नौकरी करने वाले लोग इस योजना के पात्र नहीं हो सकते। सरकार को टैक्स देने वाले लोग इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते। इसके अलावा जिन परिवारों के पास 2.5 एकड़ सिंचित या 5 एकड़ असिंचित भूमि है, वे भी इस योजना से बाहर रहेंगे।