अगर आपको लगता है कि क्रिकेटर सिर्फ़ बीसीसीआई की तनख्वाह या मैच फ़ीस से ही पैसा कमाते हैं, तो आप ग़लत हैं। दरअसल, क्रिकेटरों की कमाई सिर्फ़ मैदान पर चौके-छक्के लगाने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उनके बल्ले, हेलमेट और यहाँ तक कि जूतों से भी होती है।
एक क्रिकेटर के लिए, बल्ला सिर्फ़ खेल का हिस्सा ही नहीं, बल्कि आय का एक बड़ा ज़रिया भी है। जब भी कोई खिलाड़ी किसी ब्रांड के लोगो वाला बल्ला इस्तेमाल करता है, तो उसे उस कंपनी से अच्छी-खासी रकम मिलती है।विराट कोहली, रोहित शर्मा और केएल राहुल जैसे खिलाड़ी बल्ले के प्रायोजन से सालाना करोड़ों रुपये कमाते हैं। बल्ले के अलावा, क्रिकेटरों के हेलमेट, जूते और दस्ताने भी उनकी आय में योगदान करते हैं।
कई कंपनियाँ खिलाड़ियों को इन कपड़ों पर अपना लोगो लगवाने के लिए स्पॉन्सर करती हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर ऐसे सौदों से सालाना करोड़ों रुपये तक कमा सकते हैं।कुछ खिलाड़ी इन ब्रांडों के साथ दीर्घकालिक अनुबंध करते हैं, जिससे उन्हें एक निश्चित वार्षिक वेतन और बोनस मिलता है। विज्ञापन भी क्रिकेटरों की आय का एक बड़ा हिस्सा बनाते हैं।
शीर्ष खिलाड़ी कई प्रमुख ब्रांडों के एंबेसडर होते हैं। विराट कोहली एक इंस्टाग्राम पोस्ट के लिए करोड़ों रुपये लेते हैं, जबकि एक विज्ञापन शूट के लिए वे 3 से 5 करोड़ रुपये लेते हैं।अब, बीसीसीआई के वेतन की बात करें तो खिलाड़ियों को उनके ग्रेड के हिसाब से भुगतान किया जाता है। A+ ग्रेड के खिलाड़ियों को 7 करोड़ रुपये, A ग्रेड के खिलाड़ियों को 5 करोड़ रुपये, B ग्रेड के खिलाड़ियों को 3 करोड़ रुपये और C ग्रेड के खिलाड़ियों को सालाना 1 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाता है।