80 के दशक में बॉलीवुड न सिर्फ अपनी यादगार फिल्मों के लिए बल्कि सेलेब्रिटी अफेयर्स के लिए भी खूब चर्चा में रहता था। इन चर्चाओं में सबसे बड़ा नाम था – अमिताभ बच्चन, रेखा और जया बच्चन के रिश्ते का। जहां रेखा ने हमेशा अमिताभ के लिए अपने प्यार को स्वीकार किया, वहीं बिग बी ने इस रिश्ते पर कभी खुलकर कुछ नहीं कहा। लेकिन एक ऐसा पल जरूर आया, जिसने इन तीनों की जिंदगी के उस विवादित अध्याय को हमेशा के लिए अमर बना दिया।
यह किस्सा है साल 1980 का, जब ऋषि कपूर और नीतू सिंह (अब कपूर) शादी के बंधन में बंध रहे थे। बॉलीवुड की यह हाई प्रोफाइल शादी एक भव्य आयोजन थी, जिसमें फिल्म इंडस्ट्री के तमाम बड़े सितारे शामिल हुए थे। अमिताभ बच्चन और जया बच्चन भी इस समारोह में पहुंचे थे। लेकिन जो दृश्य वहां हुआ, वो आज तक इंडस्ट्री की सबसे भावनात्मक और विवादित घटनाओं में गिना जाता है।
रेखा की एंट्री और सबकी निगाहें
शादी समारोह में जब रेखा की एंट्री हुई, तो सभी की निगाहें उन पर टिक गईं। रेखा ने सफेद सिल्क की साड़ी, लाल बिंदी और सबसे खास बात – मांग में सिंदूर लगा रखा था। रेखा की इस उपस्थिति ने शादी के माहौल में एक अजीब सी सरगर्मी पैदा कर दी। सिने ब्लिट्ज की रिपोर्ट के मुताबिक, रेखा सीधे आरके स्टूडियो के गार्डन की ओर चली गईं, जहां पहले से मौजूद जया बच्चन और नीतू कपूर बैठी थीं। रेखा की नजरें बार-बार अमिताभ बच्चन की ओर जाती रहीं, जो उस समय निर्देशक मनमोहन देसाई से बातचीत कर रहे थे।
रेखा की अमिताभ से बातचीत और जया की भावनात्मक प्रतिक्रिया
कुछ देर बाद रेखा, अमिताभ के पास पहुंचीं और दोनों के बीच एक फॉर्मल बातचीत शुरू हुई। स्टारडस्ट मैगजीन की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों ने एक-दूसरे से सामान्य बातचीत की लेकिन उनके बीच की केमिस्ट्री हर किसी की नजर में आ रही थी। वहीं, दूसरी ओर बैठी जया बच्चन लगातार इस सब को देख रही थीं। काफी देर तक धैर्य बनाए रखने के बाद, जया आखिरकार भावनाओं पर काबू नहीं रख पाईं और उनका सिर झुक गया, आंखों से आंसू बहने लगे। इस घटना ने उस समय हर गॉसिप मैगजीन और अखबार की सुर्खियां बनाईं।
रेखा की सफाई
बाद में जब मीडिया में यह मामला तूल पकड़ने लगा, तो रेखा ने एक इंटरव्यू में सफाई दी। उन्होंने कहा कि, “सिंदूर और मंगलसूत्र मेरी एक शूटिंग का हिस्सा थे। मैं सीधे सेट से शादी में पहुंच गई और उतारना भूल गई थी।” हालांकि, इस बात को बहुत से लोगों ने सिर्फ एक बहाना माना।