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सुपरटेक EV का IPO शेयर बाजार में हुआ लिस्ट, लिस्टिंग के दिन 20% की भारी गिरावट

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इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर और ई-रिक्शा निर्माता सुपरटेक ईवी लिमिटेड (Supertek EV Ltd.) ने 2 जुलाई 2025 को अपना बहुप्रतीक्षित IPO शेयर बाजार में लिस्ट किया, लेकिन उम्मीदों के विपरीत कंपनी के शेयर की कमजोर शुरुआत हुई। यह IPO बीएसई SME प्लेटफॉर्म पर लिस्ट हुआ और ₹92 के इश्यू प्राइस के मुकाबले ₹73.60 प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ — यानी लगभग 20% की गिरावट के साथ।

लिस्टिंग डे पर गिरावट, शेयर ₹69.92 तक फिसला

लिस्टिंग के तुरंत बाद ही शेयर में और कमजोरी दिखी और यह 5% की अतिरिक्त गिरावट के साथ दिन के निचले स्तर ₹69.92 तक फिसल गया। बाजार विश्लेषकों के मुताबिक, लिस्टिंग के दिन की यह गिरावट बाजार की मौजूदा अनिश्चितता और कंपनी की वैल्यूएशन पर उठ रहे सवालों का परिणाम हो सकती है।

आईपीओ को मिला था अच्छा रिस्पॉन्स

हालांकि शेयर बाजार में कमजोर शुरुआत रही, लेकिन सुपरटेक ईवी के आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला था।

  • कुल सब्सक्रिप्शन: 4.40 गुना

  • रिटेल निवेशक: 7.06 गुना

  • एनआईआई श्रेणी (Non-Institutional Investors): 2.09 गुना

  • QIB (Qualified Institutional Buyers): 1.01 गुना

कुल मिलाकर, 30.85 लाख शेयरों के मुकाबले 1.3 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुई थीं। यह संकेत देता है कि प्राइमरी मार्केट में कंपनी के प्रति निवेशकों का भरोसा था, लेकिन सेकेंडरी मार्केट में यह भरोसा शुरुआती कारोबार में डगमगाता नजर आया।

आईपीओ से जुटाए फंड का उपयोग

कंपनी ने पहले ही स्पष्ट किया था कि वह IPO से प्राप्त राशि का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए करेगी:

  1. कार्यशील पूंजी की जरूरतें – ₹16.50 करोड़ का सीधा आवंटन।

  2. कुछ कर्जों का पुनर्भुगतान।

  3. सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों – जिनमें संचालन विस्तार, नई तकनीकों में निवेश, और मौजूदा नेटवर्क को मजबूत करना शामिल है।

कंपनी का मानना है कि ये निवेश उसके भविष्य के विकास को गति देंगे और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाएंगे।

कंपनी की मौजूदा उपस्थिति

सुपरटेक ईवी ने अपने उत्पादों के लिए सुदृढ़ वितरण नेटवर्क तैयार किया है। भारत के 19 राज्यों में 445 से अधिक डीलर/डिस्ट्रिब्यूटर्स के माध्यम से यह कंपनी काम कर रही है। जिन राज्यों में इसकी उपस्थिति है, उनमें शामिल हैं:

  • उत्तर भारत: दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान

  • पश्चिम भारत: गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश

  • पूर्वी भारत: झारखंड, बिहार, ओडिशा, छत्तीसगढ़

  • दक्षिण भारत: कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश

  • पूर्वोत्तर: असम

यह व्यापक पहुंच कंपनी को देशभर में अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद कर रही है।

क्या आगे सुधरेगा प्रदर्शन?

शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि IPO में सब्सक्रिप्शन अच्छा रहा, इसलिए लॉन्ग टर्म में निवेशकों को कंपनी के प्रदर्शन पर नजर रखनी चाहिए। लिस्टिंग डे की गिरावट अल्पकालिक हो सकती है, खासकर अगर कंपनी अपने फंड्स का उपयोग प्रभावी ढंग से करती है और बैलेंस शीट को मजबूत बनाती है।

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