हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन यानी बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में हल्की बढ़त देखने को मिली। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 143.91 अंकों की तेजी के साथ 81,481.86 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 33.95 अंक ऊपर चढ़कर 24,855.05 के स्तर पर पहुंच गया। यह लगातार दूसरा दिन रहा जब बाजार हरे निशान पर बंद हुआ, जिससे निवेशकों में भरोसा बना रहा।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी तेजी
बाजार की इस मजबूती में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों का भी योगदान रहा। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में लगभग 0.4% और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.6% की तेजी दर्ज की गई। यह संकेत है कि न सिर्फ बड़ी कंपनियों में, बल्कि मझोली और छोटी कंपनियों में भी निवेशकों का विश्वास बना हुआ है।
किन सेक्टर्स ने दिखाई मजबूती
बाजार में आई इस तेजी का प्रमुख कारण कुछ प्रमुख सेक्टरों की मजबूती रही। फाइनेंशियल, आईटी, ऑटो और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर में खरीदारी देखने को मिली।
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आईटी सेक्टर: कुछ बड़ी कंपनियों के अच्छे तिमाही नतीजों और अमेरिकी बाजार से मिले सकारात्मक संकेतों की वजह से आईटी शेयरों में तेजी रही।
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फाइनेंशियल सेक्टर: बैंकों और वित्तीय कंपनियों में निवेशकों की दिलचस्पी बनी रही।
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ऑटो सेक्टर: ऑटो सेल्स डेटा के अनुमान और मॉनसून की स्थिति के सुधरने से इस सेक्टर में खरीदारी का माहौल बना।
टॉप गेनर्स और लूजर्स
सेंसेक्स के टॉप गेनर्स में शामिल रहे:
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Infosys
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Tata Motors
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Kotak Mahindra Bank
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Nestle India
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Mahindra & Mahindra
इन कंपनियों के शेयरों में 1% से लेकर 2.5% तक की तेजी दर्ज की गई।
वहीं टॉप लूजर्स में रहे:
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NTPC
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Bharti Airtel
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Power Grid
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Tata Steel
इनमें से कुछ शेयरों में मुनाफावसूली देखने को मिली।
विदेशी बाजारों से मिले संकेत
एशियाई बाजारों में मिश्रित रुख रहा, लेकिन अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर नरम रुख अपनाने की उम्मीद ने वैश्विक स्तर पर निवेशकों को राहत दी। इसका असर भारतीय बाजार पर भी सकारात्मक रूप में पड़ा।
निवेशकों का मूड
पिछले कुछ दिनों से बाजार में जो अस्थिरता बनी हुई थी, उसमें अब कुछ स्थिरता दिख रही है। निवेशकों को भरोसा है कि आने वाले दिनों में घरेलू आर्थिक संकेतक (जैसे मैन्युफैक्चरिंग डेटा, जीडीपी ग्रोथ आदि) सकारात्मक रहेंगे, जिससे बाजार को और समर्थन मिलेगा।
क्या है आगे की रणनीति?
विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार अभी ओवरबॉट ज़ोन में है, ऐसे में नई ऊंचाइयों पर मुनाफावसूली की संभावना बनी हुई है। हालांकि, लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह समय अच्छे स्टॉक्स में SIP के जरिये निवेश करने का हो सकता है। बाजार पर नजर रखने वाले यह भी कह रहे हैं कि अगला फोकस कॉर्पोरेट तिमाही नतीजों और रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति बैठक पर रहेगा।