दिवाली से दो दिन पहले देशभर में धनतेरस मनाया जाएगा। इस साल धनतेरस 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन सोना, चांदी या स्टील जैसी धातुओं की खरीदारी शुभ मानी जाती है। दिवाली और धनतेरस से कुछ दिन पहले सोने और चांदी की मांग सबसे ज़्यादा होती है।
बढ़ती मांग के चलते इनकी कीमतें भी अपने चरम पर पहुँच जाती हैं। आज सुबह सोने और चांदी में तेज़ी देखी गई। इसलिए लोग धनतेरस के अगले दिन का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। त्योहारी सीज़न के बाद सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आने की उम्मीद है। लेकिन यह गिरावट कितनी हो सकती है? क्या हमें अभी सोने में निवेश करना चाहिए? हमने कमोडिटी एक्सपर्ट अजय केडिया से सोने और चांदी से जुड़े कई सवाल पूछे। सबसे पहले, आइए जानते हैं कि धनतेरस के बाद सोने की कीमतों में कितनी गिरावट आ सकती है।
कितनी होगी गिरावट?
कमोडिटी एक्सपर्ट अजय केडिया ने बताया कि धनतेरस के बाद सोने की कीमतों में 10 से 12 प्रतिशत की गिरावट आने की उम्मीद है। हालाँकि, इस बारे में अभी कुछ भी निश्चित नहीं कहा जा सकता। तकनीकी चार्ट्स को देखें तो साफ़ है कि सोने की खरीदारी उम्मीद से ज़्यादा हुई है, जो गिरावट का संकेत है। हालाँकि, लोग ज़्यादा रिटर्न की चाह में इसे खरीद रहे हैं। चाँदी के साथ भी यही हो रहा है। 1980 और 2011 में अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में चाँदी की कीमत 50 डॉलर तक पहुँच गई थी। उस समय इसमें गिरावट भी आई थी। अजय केडिया ने बताया कि अप्रैल-मई 2025 में सोने में 10% की गिरावट देखने को मिलेगी।
सोने में निवेश न करें
कमोडिटी विशेषज्ञ अजय केडिया निवेशकों को अभी सोने और चाँदी में निवेश न करने की सलाह देते हैं, क्योंकि इनकी कीमतें इस समय अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर हैं। वह तांबा, जस्ता और स्टील में निवेश करने की सलाह देते हैं।