त्वचा की चमक बनाए रखने और रूखी त्वचा से छुटकारा पाने के लिए आप सरसों के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह तेल गुणों की खान है जो कई समस्याओं में कारगर है। सरसों के तेल में भरपूर मात्रा में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो त्वचा की कई समस्याओं को कम करने में मददगार होते हैं। यह तेल त्वचा को पोषण देने के साथ ही रक्त संचार को भी बेहतर बनाता है। लेकिन, अगर आपको इसे लगाने का सही तरीका नहीं पता तो यह आपकी त्वचा के लिए नुकसानदायक हो सकता है। तो आइए जानते हैं सरसों के तेल को लगाने के क्या फायदे हैं और इसे लगाने का सही तरीका क्या है?
क्या हैं फायदे?
सरसों का तेल त्वचा को नमी देने, झुर्रियों को कम करने और त्वचा को निखारने में मदद करता है। यह एक प्राकृतिक उपाय है जो त्वचा के रूखेपन को दूर करने और उसे मुलायम और स्वस्थ रखने में मदद करता है।
सरसों के तेल का इस्तेमाल कैसे करें?
सरसों के तेल को गर्म करके ही इस्तेमाल करें क्योंकि यह गाढ़ा तेल होता है और जब आप इस तेल को गर्म करेंगे तो यह त्वचा द्वारा आसानी से सोख लिया जाता है। सरसों का तेल शुद्ध और असली होता है। किसी भी तरह की एलर्जी से बचने के लिए पहले पैच टेस्ट जरूर कर लें।
कितने समय तक रखें?
सरसों के तेल को अपनी त्वचा पर लगातार लंबे समय तक नहीं रखना चाहिए। इससे फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। इससे त्वचा बहुत ज़्यादा तैलीय हो सकती है और मुंहासे और ब्रेकआउट हो सकते हैं। शरीर पर कहीं भी सरसों के तेल की 5 से 6 बूंदें लगाएं।
कब न लगाएं?
अगर आपकी त्वचा तैलीय है तो आपको सरसों के तेल का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। इससे त्वचा तैलीय हो सकती है और मुंहासे की समस्या हो सकती है।