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हर वक्त रौब झाड़ना या गाली-गलौज करना…. लड़कियां ऐसे लड़कों से भागती है दूर, इस लाइफ चेंजिंग फुटेज में जाने कैसे बदले ये आदतें

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आज के समय में किसी भी रिश्ते को निभाने के लिए केवल स्टाइल, पैसा या बाहरी आकर्षण ही काफी नहीं होता। एक अच्छा व्यवहार, समझदारी और सम्मानजनक रवैया रिश्तों की नींव को मजबूत बनाता है। खासकर जब बात आती है लड़कों और लड़कियों के रिश्तों की, तो कई बार कुछ आदतें ऐसे बन जाती हैं जो अनजाने में ही रिश्तों को खराब कर देती हैं। उनमें से एक है हर वक्त रौब झाड़ना, और दूसरी गाली-गलौज की आदत।बहुत से लड़कों को लगता है कि दूसरों पर हावी रहने से वे ‘कूल’ दिखते हैं या फिर खुद को मजबूत साबित कर सकते हैं। कुछ के लिए गाली देना रोज़मर्रा की भाषा का हिस्सा बन चुका है। लेकिन सच्चाई यह है कि ज्यादातर लड़कियों को ऐसा व्यवहार नापसंद होता है। वे ऐसे लड़कों से दूरी बनाना ही बेहतर समझती हैं जो हर समय दबदबा दिखाते हैं, गुस्से में रहते हैं या छोटी-छोटी बात पर गाली देने लगते हैं।

क्यों भागती हैं लड़कियां ऐसे लड़कों से?
सम्मान की भावना नहीं दिखती: जब कोई लड़का हर बात पर गाली देता है या रौब झाड़ता है, तो इससे सामने वाले को यह महसूस होता है कि उसके भीतर दूसरों के लिए कोई इज्जत नहीं है। लड़कियां ऐसे व्यवहार को गंभीरता से लेती हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि आज जो दूसरों के साथ ऐसा है, कल उनके साथ भी हो सकता है।गाली-गलौज से जुड़ी असभ्यता की छवि: गाली देना केवल भाषा की बात नहीं है, यह आपकी सोच, परवरिश और मानसिकता को दर्शाता है। लगातार गाली देने वाला व्यक्ति समाज में असभ्य और गैर-जिम्मेदार माना जाता है। लड़कियां ऐसे लड़कों से दूर रहना ही पसंद करती हैं जो समाज में अच्छा उदाहरण नहीं पेश करते।गुस्सैल स्वभाव से असुरक्षा की भावना: जो लड़के हर वक्त रौब में बात करते हैं या छोटी बातों पर भड़क जाते हैं, उनके साथ लड़कियां सुरक्षित महसूस नहीं करतीं। उन्हें डर रहता है कि किसी भी वक्त माहौल बिगड़ सकता है। एक स्थिर और शांत रिश्ता किसी भी लड़की की प्राथमिकता होती है।

ये आदतें कैसे बदलें?
स्वयं पर नियंत्रण करना सीखें

सबसे पहला कदम है खुद की भाषा और व्यवहार पर ध्यान देना। जब भी आप गुस्से में हों, खुद को रोकें और सोचें कि क्या सामने वाले के लिए आपकी बात जरूरी है या आप बस अपना अहं दिखा रहे हैं। ध्यान रखें कि मौन रहना हमेशा कमजोरी नहीं होती, बल्कि समझदारी होती है।

गाली देने की जगह सकारात्मक शब्दों का प्रयोग करें
अगर आप बातचीत में अक्सर गालियां देते हैं, तो उन्हें धीरे-धीरे कम करने की कोशिश करें। उनकी जगह ऐसे शब्दों का प्रयोग करें जो संवाद को बेहतर बनाएं। इससे आपकी छवि भी सुधरेगी और दूसरों के साथ रिश्ते भी।

अहम छोड़ें, विनम्रता अपनाएं
रौब झाड़ना कई बार हमारे भीतर के डर या हीन भावना का परिणाम होता है। आत्मविश्वासी व्यक्ति कभी रौब नहीं दिखाता, वो अपने व्यवहार से दूसरों को प्रभावित करता है। अगर आप विनम्र हैं, तो लोग खुद ही आपको पसंद करने लगेंगे। लड़की हो या लड़का, हर कोई सम्मान और प्यार चाहता है।

अपनी सोच बदलें, खुद को बदलें
ये सोचना बंद करें कि “लड़कों का ऐसा व्यवहार आम है” या “गाली देना मर्दानगी है।” ये सिर्फ समाज में बनी मिथक हैं, जो आज के समय में पूरी तरह अस्वीकार्य हैं। असली मर्द वही है जो अपनी भावनाओं को संभालता है, गुस्से पर काबू रखता है और सामने वाले की इज्जत करता है।

योग और मेडिटेशन से खुद को शांत रखें
अगर आपको लगता है कि गुस्सा आपकी आदत बन चुका है, तो योग और ध्यान की मदद लें। ये न सिर्फ आपके मानसिक स्वास्थ्य को सुधारते हैं, बल्कि आपके स्वभाव में भी स्थिरता लाते हैं।

बातचीत के तौर-तरीकों को सुधारें
जब आप किसी लड़की से बात करें, तो उसका ध्यान आकर्षित करने के लिए अनावश्यक रौब या आक्रामकता का सहारा न लें। अच्छा प्रभाव हमेशा सौम्यता और समझदारी से पड़ता है। एक अच्छा श्रोता बनने की कोशिश करें और उसकी बातों को सम्मान दें।

रिश्ते प्यार और सम्मान की नींव पर टिके होते हैं। कोई भी लड़की ऐसे लड़के के साथ भविष्य की कल्पना नहीं करना चाहती जो असभ्य भाषा का प्रयोग करता हो या हर समय रौब में बात करता हो। अगर आप चाहते हैं कि लोग आपको पसंद करें, खासकर लड़कियां, तो सबसे पहले अपने व्यवहार को सुधारे। अपने शब्दों का चुनाव सोच-समझ कर करें, और हमेशा यह याद रखें कि एक अच्छा दिल और विनम्र स्वभाव ही किसी को आपके करीब लाता है, न कि आपकी ज़ुबान की तल्खी या रौबदारी।

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