क्रिकेट न्यूज डेस्क।। राजस्थान रॉयल्स (आरआर) के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 में यादगार पारी खेलकर क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में गुजरात टाइटंस (जीटी) के खिलाफ खेले गए मैच में 14 वर्षीय वैभव ने महज 35 गेंदों में ताबड़तोड़ शतक जड़ दिया। उनकी ऐतिहासिक पारी की बदौलत राजस्थान रॉयल्स ने 8 विकेट से शानदार जीत हासिल की।
सबसे युवा शतकवीर
इस पारी के साथ वैभव टी20 क्रिकेट में शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बन गए हैं। साथ ही यह आईपीएल इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक है। इससे पहले यह रिकॉर्ड केवल क्रिस गेल के नाम था, जिन्होंने 2013 में पुणे वॉरियर्स के खिलाफ 30 गेंदों पर शतक बनाया था।
रवि शास्त्री प्रभावित हुए
टीम इंडिया के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री भी वैभव की बल्लेबाजी से काफी प्रभावित दिखे। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने वैभव को पहली बार खेलते देखा तो वे आश्चर्यचकित रह गए। शास्त्री ने विशेष रूप से लखनऊ के खिलाफ उनकी पहली पारी की प्रशंसा की, जिसमें उन्होंने पहली ही गेंद पर छक्का लगाकर सभी का ध्यान खींचा था।
असफलता से सीखना भी महत्वपूर्ण है।
रवि शास्त्री ने यह भी कहा कि इस उम्र में असफलता स्वाभाविक है। उन्होंने सलाह दी कि वैभव को अब खुलकर खेलने दिया जाना चाहिए और देखना चाहिए कि वह दबाव और असफलता से कैसे निपटता है। उन्होंने यह भी कहा कि जैसे-जैसे वह आगे बढ़ेंगे, विपक्षी गेंदबाज नई चुनौतियां लेकर आएंगे।
शॉर्ट बॉल होगी अगली परीक्षा
शास्त्री ने आगे कहा कि अगली बार जब वैभव बल्लेबाजी के लिए आएगा तो उसे काफी शॉर्ट गेंदें फेंकी जाएंगी क्योंकि जब कोई पहली ही गेंद पर छक्का मार देता है तो कोई रहम नहीं होता।
“इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उस समय उसकी उम्र 14, 12 या 20 साल है। हर किसी को एक ही तरह की गेंदबाजी का सामना करना पड़ता है। उसे अब इसकी आदत डालनी होगी, और जब हम देखेंगे कि वह इस तरह की गेंद का सामना कैसे करता है, तभी हम उसके बारे में सही राय बना पाएंगे।”
38 गेंदों की आतिशी पारी
वैभव ने अपनी इस विस्फोटक पारी में 7 चौके और 11 छक्के लगाए। उन्होंने अपना शतक सिर्फ 35 गेंदों में पूरा किया और पूरी पारी 38 गेंदों तक चली। यह पारी आईपीएल इतिहास की सबसे यादगार पारियों में से एक मानी जाती है।