मंडी से हाल ही में निर्वाचित सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत इन दिनों मनाली स्थित अपने रेस्टोरेंट में कम बिक्री से परेशान हैं। मनाली की अपनी हालिया यात्रा के दौरान, उन्होंने वहाँ मौजूद लोगों और मीडिया के साथ अपना दुख साझा किया। कंगना के अनुसार, उनके रेस्टोरेंट की दैनिक बिक्री केवल ₹50 है, जबकि कर्मचारियों के वेतन और अन्य खर्च ₹15 लाख तक पहुँच गए हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र से सांसद कंगना रनौत आपदा के बाद मनाली पहुँची थीं। वह प्रभावित इलाकों का दौरा कर रही हैं और प्रभावित लोगों से मिल रही हैं। उन्होंने मनाली के पलचन गाँव में तबाही का मंजर देखा।
‘मेरे रेस्टोरेंट में कल 50 रूपये की सेल हुई है..’
बाढ़ पीड़ित महिला जब शिकायत करने सांसद कंगना रनौत के पास पहुंची तो सांसद कंगना ने पीड़ित महिला की सुनने के बजाय उसे ही सुना दिया अपन दुखड़ा#Manali pic.twitter.com/CB5vGSGg0F
— NDTV India (@ndtvindia) September 18, 2025
अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए, कंगना ने कहा, “मैं भी हिमाचली हूँ और यहीं की निवासी हूँ। लोग मेरे पास मदद के लिए आते हैं, लेकिन कृपया मेरा दुख समझें। मैं एक अकेली महिला हूँ। मेरे रेस्टोरेंट की बिक्री केवल ₹50 है, जबकि खर्च ₹15 लाख है। केंद्र सरकार ने आपदा के लिए ₹10,000 दिए हैं।” इस दौरान, कंगना मीडिया से बात कर रही थीं।
यह घटनाक्रम दर्शाता है कि कंगना जहाँ एक ओर अपना नया राजनीतिक करियर शुरू कर रही हैं, वहीं उन्हें अपने व्यवसाय में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। उनके इस बयान की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है, जहाँ लोग उनके प्रति सहानुभूति व्यक्त कर रहे हैं और उनकी व्यावसायिक चुनौतियों पर चर्चा कर रहे हैं।
सांसद ने राज्य सरकार से आग्रह किया कि वह केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करना सीखे। अगर राज्य सरकार केंद्रीय धन का हिसाब-किताब नहीं रखेगी और धन का कोई हिसाब-किताब नहीं होगा, तो केंद्र सरकार राज्य को सहायता क्यों देगी? मनाली में आपदा प्रभावित लोगों से बात करते हुए कंगना ने कहा कि केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश को अच्छी-खासी सहायता दे रही है, लेकिन हिमाचल सरकार उस धन का दुरुपयोग कर रही है। केंद्र सरकार अब तक 10,000 करोड़ रुपये की सहायता दे चुकी है और भविष्य में और भी सहायता प्रदान करेगी।








