क्रिकेट न्यूज डेस्क।। टेस्ट क्रिकेट में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम का फैसला एक बार फिर इंग्लैंड में हो रहा है। लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025 का फाइनल खेला जा रहा है। यह इस मेगा टूर्नामेंट का तीसरा संस्करण है और लगातार तीसरी बार इसकी मेजबानी इंग्लैंड में की जा रही है। 2021 और 2023 में भी खिताबी मुकाबला इंग्लैंड में ही हुआ था।
WTC फाइनल हमेशा इंग्लैंड में ही क्यों होता है?
2021 में पहला फाइनल साउथेम्प्टन के रोज बाउल में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था। 2023 का फाइनल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ओवल ग्राउंड में हुआ था। इस साल का फाइनल लॉर्ड्स में हो रहा है और 2027 में भी इसी ऐतिहासिक मैदान पर फाइनल खेले जाने की योजना है।
इसके पीछे एक खास वजह है- मौसम और समय। ICC ने 2023 के फाइनल से पहले ही साफ कर दिया था कि मई-जून के दौरान इंग्लैंड का मौसम क्रिकेट के लिए आदर्श है, क्योंकि यह पारंपरिक इंग्लिश गर्मियों की शुरुआत है। इस दौरान न तो बहुत अधिक गर्मी होती है और न ही बहुत अधिक बारिश, जिससे पांच दिवसीय मैच के लिए स्थिर वातावरण मिलता है।
ICC ने भी इस पर एक बयान जारी किया
ICC के महाप्रबंधक वसीम खान ने कहा, ‘जिस तरह से WTC चक्र को डिज़ाइन किया गया है, हम उत्तरी गोलार्ध की गर्मियों में खेलते हैं। हम अलग-अलग स्थानों की तलाश करते हैं, जो वर्तमान में इंग्लैंड के भीतर हैं। इस संस्करण के लिए लॉर्ड्स पर विचार किया गया था, लेकिन अंत में ओवल को चुना गया। यूके में फाइनल की मेजबानी करना, जो हर दो साल में आयोजित किया जाता है, इस टूर्नामेंट की संरचना के पूरी तरह से अनुरूप है।’
इस प्रकार यह स्पष्ट है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल केवल एक परंपरा नहीं है, बल्कि मौसम और संगठन के संदर्भ में एक रणनीतिक निर्णय है। वहीं, दुनिया के अधिकांश हिस्सों में क्रिकेट नहीं है।