बीसीसीआई ने भले ही एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले क्रिकेट मैच पर सहमति दे दी हो, लेकिन पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिवार इस मैच को लेकर परेशान हो रहे हैं। पहलगाम हमले में आतंकवादियों की गोलियों का सबसे पहले शिकार हुए कानपुर के शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या द्विवेदी ने भारत-पाक मैच की मंज़ूरी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने मैच का बहिष्कार करने का ऐलान किया है।
ऐशान्या ने एक वीडियो जारी कर कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि इतने बड़े आतंकवादी हमले को भूलकर भारत-पाकिस्तान मैच की अनुमति दी जाए। पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा 26 देशवासियों की बेरहमी से हत्या किए हुए 3 महीने हो गए हैं। लोग उन्हें इतनी जल्दी कैसे भूल गए? बीसीसीआई ने मैच की तैयारी कैसे की? देखें वीडियो-
ऐशान्या द्विवेदी के अनुसार- हम सुनते हैं लोग आसानी से दुखी हो जाते हैं… लेकिन सिर्फ़ 3 महीने में… यह बहुत शर्मनाक है। हम इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे। ऐसा कैसे हो सकता है कि निर्दोष लोग मारे गए और हम उनकी मौत, उनकी हत्या को मात्र तीन महीने में भुलाकर पाकिस्तान के साथ मैच खेलने को तैयार हो गए। यह मेरे लिए दुःख की बात है। इस पर विचार किया जाना चाहिए।
ज्ञातव्य है कि पहलगाम हमला 22 अप्रैल 2025 को हुआ था। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में पाँच आतंकवादियों ने 26 पर्यटकों पर हमला किया था। इनमें से ज़्यादातर हिंदू थे। इसमें एक ईसाई पर्यटक और एक स्थानीय मुस्लिम व्यक्ति भी मारा गया था।
हालाँकि, आज इस हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के शीर्ष कमांडर हाशिम मूसा को भारतीय सेना ने मार गिराया। हाशिम मूसा को न केवल पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड माना जाता था, बल्कि सोनमर्ग सुरंग हमले के लिए भी ज़िम्मेदार माना जाता था। गौरतलब है कि पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमला कर कई आतंकियों को मार गिराया था।