ट्रम्प ऑर्गनाइजेशन द्वारा हाल ही में T1 मोबाइल की घोषणा की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह फोन अमेरिका की बजाय चीन में बनाया जाएगा। इस संगठन के मालिक खुद राष्ट्रपति ट्रम्प हैं जिन्होंने सोमवार को T1 नामक डिवाइस की घोषणा की। यह एक गोल्ड कलर का स्मार्टफोन होगा, जो गूगल के एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करेगा। ट्रम्प ऑर्गनाइजेशन ने दावा किया है कि यह फोन अमेरिका में बनाया जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि इस फोन को चीन में डिजाइन और निर्मित किया जाएगा।
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इस फोन के बारे में इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन के उपाध्यक्ष फ्रांसिस्को गेरोनिमो ने CNBC से कहा कि “ऐसा नहीं हो सकता कि यह फोन पूरी तरह से अमेरिका में बना हो।” उन्होंने कहा कि इसे चीनी ODM द्वारा बनाया जा सकता है। ODM वह कंपनी होती है जो किसी दूसरी कंपनी के स्पेसिफिकेशन के अनुसार फोन बनाती है। इसी तरह, काउंटरपॉइंट रिसर्च के विश्लेषक ब्लेक प्रेज़मिकी ने फोन के बारे में कहा कि “संभव है कि डिवाइस को शुरू में चीनी ODM द्वारा निर्मित किया जाए।” काउंटरपॉइंट रिसर्च के शोध निदेशक जेफ फील्डहैक के अनुसार, “फिलहाल अमेरिका में फोन बनाने की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है।”
क्या है मामला? बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के वादे के साथ सत्ता में आए हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद से ही उन्होंने एप्पल से लेकर सैमसंग तक पर अपने फोन अमेरिका में बनाने का दबाव बनाया है। ऐसा न करने पर उन्होंने कई देशों और कंपनियों को टैरिफ लगाने की धमकी दी है। हाल ही में उन्होंने वियतनाम को अपने बनाए डिवाइस में चीनी पार्ट्स का इस्तेमाल न करने की धमकी दी थी। उन्होंने ऐसा न करने पर वियतनाम पर 46 फीसदी टैरिफ लगाने की बात भी कही थी। इसके बाद ट्रंप ऑर्गनाइजेशन ने टी1 फोन लॉन्च करने की बात कही थी। दावा है कि यह फोन अमेरिका में बनेगा। टी1 फोन अमेरिका में क्यों नहीं बन सकते? विशेषज्ञों का कहना है कि कोई भी स्मार्टफोन पूरी तरह से एक देश में नहीं बन सकता। स्मार्टफोन की सप्लाई चेन पूरी तरह से ग्लोबल है। एक फोन में कई पार्ट्स होते हैं और सभी अलग-अलग देशों से आते हैं। यही बात ट्रंप ऑर्गनाइजेशन के नए स्मार्टफोन टी1 पर भी लागू होती है।