क्रिकेट न्यूज डेस्क।। लीड्स के हेडिंग्ले में मिली जीत के बाद इंग्लैंड के कुछ क्रिकेटर अहंकारी हो गए हैं। पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने टीम इंडिया द्वारा रखे गए 371 रनों के लक्ष्य को 5 विकेट रहते हासिल कर लिया। इस जीत के बाद मेजबान टीम ने पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। वहीं, जोस बटलर और अब टेस्ट टीम से बाहर चल रहे पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा कि हेडिंग्ले में अगर लक्ष्य 450 रन भी होता तो इंग्लैंड की टीम इसे हासिल कर सकती थी।
अपने यूट्यूब पॉडकास्ट ‘फॉर द लव ऑफ क्रिकेट’ पर बात करते हुए बटलर और ब्रॉड ने इंग्लैंड की आक्रामक रणनीति की तारीफ की और मैच का रुख बदलने वाले अहम पलों पर प्रकाश डाला। भारत ने पहली पारी में यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत के शतकों की बदौलत 471 रनों के साथ मजबूत शुरुआत की, लेकिन इंग्लैंड ने जोरदार जवाब दिया और भारत की बढ़त खत्म कर दी और महज छह रन से पीछे रह गया।
जोस बटलर ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी की तारीफ की
भारत ने इसके बाद तीसरी पारी में 364 रन जोड़े, लेकिन बेन डकेट के शानदार 149 और जेमी स्मिथ की शांत बल्लेबाजी की मदद से इंग्लैंड ने 371 रनों के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया। बटलर ने प्रदर्शन पर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह समय पर निर्भर करेगा, लेकिन अगर वे 450 रनों का पीछा कर रहे होते, तो भी वे कोशिश करते। उन्होंने 370 रनों का पीछा आसानी से किया।”
बटलर ने आगे कहा कि लक्ष्य बढ़ने के साथ जोखिम भी बढ़ता है, फिर भी इंग्लैंड की बल्लेबाजी लाइन-अप, खासकर उनके शीर्ष सात बल्लेबाजों में खुद पर विश्वास करने की ताकत और आत्मविश्वास था। बटलर ने जोर देकर कहा, ‘उन्हें और जोखिम उठाना चाहिए था, लेकिन वे निश्चित रूप से इसे हासिल करने की कोशिश करते।’ उनका बयान कप्तान बेन स्टोक्स के बार-बार दोहराए जाने वाले मंत्र के अनुरूप है, जो ड्रॉ से संतुष्ट नहीं होने का है, जो इंग्लैंड की ‘बैडबॉल’ पहचान है। कोच ब्रेंडन मैकुलम और स्टोक्स के नेतृत्व में इंग्लैंड नियमित रूप से चौथी पारी में चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को अटूट दृढ़ संकल्प के साथ हासिल करता है।