यशस्वी जायसवाल ने अपने पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अपनी शानदार बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया था। ऐसे में इंग्लैंड दौरे पर भी इस युवा भारतीय सलामी बल्लेबाज से इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद थी। जायसवाल ने भी इसी तरह की शुरुआत की और पहली पारी में शानदार शतक जड़ा, लेकिन उसके बाद से उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा और ओवल टेस्ट में भी जायसवाल नाकाम रहे। इस तरह इस सीरीज में छठी बार वह 50 से कम के स्कोर पर आउट हुए, जबकि 9वीं बार वह इसी तरह आउट हुए।
भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच 31 जुलाई को शुरू हुआ था और इस मैच में भी टीम इंडिया को पहले बल्लेबाजी करनी थी। लेकिन इस बार टीम इंडिया को अच्छी शुरुआत नहीं मिली और चौथे ओवर में वह गस एटकिंसन की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। जायसवाल इस पारी में केवल 2 रन ही बना सके। इस तरह वह एक बार फिर टीम इंडिया को बड़ी शुरुआत देने में नाकाम रहे।
जायसवाल की छठी नाकामी
इंग्लैंड के खिलाफ इस सीरीज में लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में जायसवाल ने शतक जड़ा था। जायसवाल के डेब्यू से उम्मीद जगी थी कि यह सीरीज़ उनके लिए एक बार फिर दमदार होगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। इसके बाद अगली 8 लगातार पारियों में वे सिर्फ़ 2 अर्धशतक ही लगा पाए, जबकि 4 बार सिंगल डिजिट स्कोर पर आउट हुए, जिनमें से 2 बार तो वे खाता भी नहीं खोल पाए। कुल मिलाकर, इस सीरीज़ में उनके स्कोर इस प्रकार रहे- 101, 4, 87, 28, 13, 0, 58, 0, 2.
7वीं बार इसी तरह आउट
सिर्फ़ छोटे स्कोर ही नहीं, इस सीरीज़ में जायसवाल के आउट होने के तरीके पर और भी सवाल उठे हैं। दरअसल, इस सीरीज़ में जायसवाल सभी 9 पारियों में आउट हुए और इनमें से 7वीं बार उन्हें एक दाएँ हाथ के तेज़ गेंदबाज़ ने अराउंड द विकेट, यानी स्टंप के दाईं ओर से गेंद फेंकी। इससे जायसवाल की कमज़ोरी सबके सामने आ गई। ऐसे में जायसवाल के लिए आने वाले समय में इस कमी को सुधारने की चुनौती है।