15 अप्रैल यानी मंगलवार को सोने की कीमत में कमी आई है। इसका नया रेट 250 के आसपास रह गया है। जबकि, चांदी करीब 99,800 रुपये प्रति किलोग्राम के रेट पर बिक रही है। टैरिफ के कारण मची उथल-पुथल के बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। सोने की कीमत 93,300 प्रति 10 ग्राम को पार कर गई है। शुक्रवार को 24 कैरेट सोने की कीमत 93,353 प्रति 10 ग्राम हो गई, जबकि एक दिन पहले यह 90,161 थी।
एमसीएक्स पर शुक्रवार को सोने का वायदा भाव 93,340 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। दुनिया की दो आर्थिक महाशक्तियों अमेरिका और चीन के बीच टकराव के कारण लोगों का रुझान सोना खरीदने की ओर लगातार बढ़ रहा है।
आईबीजेए द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 22 कैरेट सोने की कीमत 91,110 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि 20 कैरेट सोने की कीमत 83,080 रुपये, 18 कैरेट सोने की कीमत 75,620 रुपये और 14 कैरेट सोने की कीमत 60,210 रुपये है। जबकि 2025 में सोने की कीमत करीब 20 फीसदी उछाल के साथ 16 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम तक होगी।
बाजार विशेषज्ञों का तो यहां तक मानना है कि इस साल 30 अप्रैल को पड़ने वाली अक्षय तृतीया को देखते हुए इसकी कीमत एक लाख रुपये को भी पार कर सकती है। इकनॉमिक टाइम्स ने एलकेपी सिक्योरिटीज के कमोडिटी एंड करेंसी के वीपी रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी के हवाले से बताया कि 92,000 के सपोर्ट लेवल पर सोने का भाव फिलहाल 94,500 से 95,000 के बीच है। हालांकि त्रिवेदी ने यह नहीं बताया कि अक्षय तृतीया पर सोने की कीमत एक लाख के पार हो जाएगी।
भारत में सोने का सांस्कृतिक और वित्तीय महत्व बहुत अधिक है। हालाँकि, इसकी कीमत कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे आयात शुल्क, अंतर्राष्ट्रीय ब्याज दरें और कर तथा विनिमय दर में उतार-चढ़ाव। एक ओर जहां बाजार में अनिश्चितताओं के चलते निवेशकों के लिए यह सुरक्षित निवेश है, वहीं दूसरी ओर शादी-ब्याह व अन्य आयोजनों में इसका विशेष महत्व है।