क्या आप भी अपने रिश्ते में थकान महसूस करते हैं? क्या आप घर लौटते समय वैसा ही महसूस करते हैं जैसा काम पर जाते समय करते हैं? क्या डेट नाईट के नाम पर ख़ुशी की जगह थकान है और सेक्स तो बहुत दूर की बात है! वास्तव में, यह रिश्ते में तनाव का संकेत हो सकता है।
दरअसल, रिलेशनशिप बर्नआउट मानसिक और भावनात्मक थकावट की स्थिति है। इसमें दोनों पार्टनर रिश्ते में तनाव, थकावट और असंतोष महसूस करने लगते हैं और इसके कारण रिश्ते में अंतरंगता और प्यार कम हो जाता है। इससे धीरे-धीरे रिश्तों में दूरी, झगड़े और उदासी पैदा हो सकती है। इसलिए, हमें यह समझने की आवश्यकता है कि इस बर्नआउट से कैसे बाहर निकला जाए।
रिलेशनशिप बर्नआउट के कारण की बात करें तो यह कई कारणों से हो सकता है। उदाहरण के लिए, घरेलू कामों का असमान विभाजन, काम और निजी जीवन के बीच संतुलन की कमी, पारिवारिक समस्याएं, एक जैसी दिनचर्या और बोरियत। यदि आप इन मुद्दों पर ध्यान नहीं देंगे तो बर्नआउट बढ़ सकता है। लेकिन चिंता न करें, आप इसे आसानी से ठीक कर सकते हैं।
रिश्ते की थकान पर काबू पाने के लिए पहला कदम एक-दूसरे से ईमानदारी से बात करना है। बिना किसी को दोष दिए, बस यह स्वीकार करें कि आप दोनों इस स्थिति में हैं और इसे ठीक करने का प्रयास करें।
जवाबदेही लें – बर्नआउट पर काबू पाने का एक और तरीका है अपनी भूमिका पर गौर करना। अक्सर हम अपने साथी को बदलने की कोशिश करते हैं, लेकिन सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप अपनी भूमिका को समझें और खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करें।
बातचीत करते रहें – जब पार्टनर एक-दूसरे से बात नहीं करते हैं, तो रिश्ते में तनाव बढ़ सकता है। अपनी भावनाओं, समस्याओं और चिंताओं को नियमित रूप से एक दूसरे के साथ साझा करें। इस तरह आप अपने रिश्ते को बेहतर बना सकते हैं और दोनों के बीच समझ बढ़ा सकते हैं।
रिश्ते में नयापन लाने के लिए साथ मिलकर कुछ नया करें। यह किसी नए शौक की शुरुआत हो सकती है, साथ में यात्रा करना हो सकता है, या कोई नया व्यंजन आजमाना हो सकता है। ऐसे अनुभव आपके रिश्ते में ताज़गी लाएंगे और आप एक दूसरे के और करीब महसूस करेंगे
स्वयं पर ध्यान दें- रिश्तों में आई थकान पर काबू पाने के लिए आत्म-देखभाल सबसे महत्वपूर्ण चीज है। अपने शारीरिक मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें। योग, ध्यान, व्यायाम करें और स्वस्थ आहार लें। ये सारी चीजें आपको रिचार्ज करेंगी, जिससे आपके रिश्ते भी बेहतर होंगे। यदि स्थिति बिगड़ जाए तो पेशेवर मदद लेने में संकोच न करें