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हाथ में कलावा केवल इतने दिन ही बांधकर रखना चाहिए, नहीं तो फायदे की जगह होने लगता है नुकसान

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कलावा या रक्षा सूत्र हिंदू धर्म में अत्यंत शुभ माना जाता है। इसे हाथ में बांधकर भगवान से रक्षा और शुभता की कामना की जाती है। यह धागा न केवल आध्यात्मिक सुरक्षा का प्रतीक है बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है। लेकिन क्या आपको पता है कि कलावा को हाथ में हमेशा नहीं बांधकर रखना चाहिए? अगर इसे बहुत लंबे समय तक बिना बदले पहना जाए, तो इसके फायदे कम होकर नुकसान भी पहुंचा सकता है।

कलावा कब तक बांधकर रखना चाहिए?

  • सामान्यतः कलावा को 15 से 21 दिन तक ही बांधकर रखना चाहिए।

  • धार्मिक दृष्टि से यह अवधि रक्षा और सकारात्मक ऊर्जा के लिए पर्याप्त मानी जाती है।

  • इस अवधि के बाद कलावा को विधिपूर्वक उतारकर नदी, जलाशय या किसी साफ स्थान पर विसर्जित करना शुभ होता है।

क्यों ज्यादा समय तक नहीं रखना चाहिए?

  1. ऊर्जा का आवागमन रुक सकता है
    कलावा में ऊर्जा प्रवाहित होती है। यदि इसे बहुत लंबे समय तक बदले बिना पहना जाए, तो उसमें नकारात्मक ऊर्जा भी जमा हो सकती है।

  2. साफ-सफाई का अभाव
    कलावा लगातार पहने रहने से गंदगी, पसीना और धूल उसमें जम जाती है, जिससे उसका पवित्र प्रभाव कम हो जाता है।

  3. शारीरिक नुकसान
    गंदा और पुराना कलावा हाथ में जलन, खुजली या एलर्जी का कारण बन सकता है।

  4. धार्मिक नियम
    धार्मिक ग्रंथों में भी कलावा को समय-समय पर बदलने और विसर्जित करने की सलाह दी गई है।

कलावा बदलने या उतारने का शुभ समय

  • पूरे मास की समाप्ति पर या किसी विशेष त्योहार जैसे राखी, सावन के अंतिम दिन।

  • यदि कलावा किसी विशेष पूजा या यज्ञ के लिए बांधा गया हो, तो उस यज्ञ के समाप्त होने पर।

  • कलावा बदलते समय या उतारते समय मंत्रों का उच्चारण करना शुभ होता है।

कलावा बांधते समय ध्यान रखें ये बातें

  • साफ और पवित्र हाथ से ही कलावा बांधें।

  • इसे बांधते समय मन में शुभ कामनाएं और भगवान की प्रार्थना करें।

  • पुराना और टूट-फूट वाला कलावा न पहनें।

निष्कर्ष

कलावा को 15 से 21 दिन तक ही बांधकर रखना चाहिए, इससे अधिक समय तक रखने से उसके आध्यात्मिक और शारीरिक फायदे कम हो सकते हैं। समय-समय पर कलावा बदलते रहना चाहिए और पुराना कलावा उचित तरीके से विसर्जित करना चाहिए। इससे कलावा का पवित्र प्रभाव बना रहता है और जीवन में शुभता बनी रहती है।

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