क्रिकेट न्यूज डेस्क।। पृथ्वी शॉ को कभी भारतीय क्रिकेट का भविष्य कहा जाता था। उनकी कप्तानी में भारत ने 2018 में अंडर-19 विश्व कप जीता था। घरेलू क्रिकेट में खूब रन बनाने के बाद पृथ्वी को उसी साल टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला। उन्होंने अपने पहले ही टेस्ट में शतक जड़कर छाप छोड़ी। उनकी तुलना सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और ब्रायन लारा से की जाने लगी। लेकिन इसके बाद पृथ्वी का ग्राफ नीचे गिरने लगा।
इस दौरान डोपिंग टेस्ट में फेल होने के कारण उन पर प्रतिबंध भी लगा। अब स्थिति ऐसी है कि पृथ्वी मुंबई की टीम से बाहर हो गए हैं। आईपीएल 2025 की नीलामी में उन्हें किसी ने नहीं खरीदा। मुंबई टी20 लीग में पृथ्वी शॉ फेल मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की टी20 लीग का आयोजन 6 साल बाद हो रहा है। पृथ्वी शॉ टी20 मुंबई में नॉर्थ मुंबई पैंथर्स के कप्तान हैं। लीग के चौथे मैच में उनकी टीम का सामना नमो बांद्रा ब्लास्टर्स से हुआ। कप्तान पृथ्वी इस मैच में बुरी तरह फेल हुए। पारी के दूसरे ओवर में धनित राउत ने उन्हें पवेलियन भेज दिया। इस दौरान पृथ्वी ने 4 गेंदों पर सिर्फ 5 रन बनाए। उनकी पारी में एक चौका शामिल था।
पैंथर्स को करारी हार का सामना करना पड़ा
नमो बांद्रा ब्लास्टर्स ने यह मैच 40 रनों के बड़े अंतर से जीता। पहले बल्लेबाजी करते हुए ब्लास्टर्स ने 6 विकेट के नुकसान पर 171 रन बनाए। वानखेड़े स्टेडियम में टीम के लिए धुरमिल मदकर ने सिर्फ 23 गेंदों पर 52 रनों की विस्फोटक पारी खेली। उन्होंने 6 छक्के लगाए। जवाब में पैंथर्स की टीम 131 रनों पर ऑलआउट हो गई। दिव्यांशु सक्सेना ने 38 गेंदों पर 42 रन बनाए। कर्ष कोठारी ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए।
दिसंबर के बाद मैदान में थे पृथ्वी
पृथ्वी शॉ पिछले साल दिसंबर के बाद मैदान में आए थे। उन्होंने आखिरी बार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मुंबई के लिए खेला था। उन्होंने मध्य प्रदेश के खिलाफ खिताबी मुकाबले में 10 रन बनाए थे। उन्होंने बड़ौदा के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में 8 रन बनाए थे। उन्होंने भारत के लिए 5 टेस्ट मैचों में 339 रन और 6 वनडे मैचों में 189 रन बनाए हैं। एकमात्र टी20 मैच में वे खाता खोले बिना पहली गेंद पर आउट हो गए थे।